क्या हवाई जहाज के इंजन में मुर्गा डालना सच है?

क्या हवाई जहाज के इंजन में मुर्गा डालना सच है? यह सवाल अक्सर उठता है। जानें बर्ड-स्ट्राइक टेस्ट की प्रक्रिया, इसके महत्व और यह कैसे सुनिश्चित करता है कि विमान सुरक्षित रहे। क्या आप जानते हैं कि इस टेस्ट में जिंदा मुर्गा नहीं, बल्कि मरे हुए मुर्गे का उपयोग किया जाता है? इस लेख में हम इस प्रक्रिया की गहराई में जाएंगे और जानेंगे कि यह यात्रियों की सुरक्षा के लिए कितना आवश्यक है।
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क्या हवाई जहाज के इंजन में मुर्गा डालना सच है?

हवाई जहाज के इंजन में मुर्गा डालने की सच्चाई


क्या सच में हवाई जहाज के इंजन में डाला जाता है मुर्गा?


हवाई जहाज के उड़ान भरने से पहले इंजन में मुर्गा डालने की बात सुनकर यह अजीब लग सकता है, लेकिन क्या यह सच है? आइए जानते हैं इसके पीछे की असलियत क्या है.


बर्ड-स्ट्राइक टेस्ट क्या है?


विमान के इंजन की मजबूती को परखने के लिए बर्ड-स्ट्राइक टेस्ट किया जाता है, जो हवाई जहाज की सुरक्षा जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.


जिंदा मुर्गा नहीं डाला जाता


यह धारणा कि बर्ड-स्ट्राइक टेस्ट में जिंदा मुर्गा डाला जाता है, गलत है। असल में, इस टेस्ट में पहले से मरे हुए मुर्गे का उपयोग किया जाता है.


बर्ड-स्ट्राइक टेस्ट कैसे किया जाता है?


इस टेस्ट में एक विशेष उपकरण के माध्यम से मरे हुए मुर्गे को 200–300 किमी/घंटा की गति से विमान के इंजन की ओर फेंका जाता है, और फिर यह देखा जाता है कि इंजन इस टक्कर को सहन कर पाता है या नहीं.


क्या इससे इंजन को नुकसान होता है?


टेस्ट के बाद, इंजन की फिर से जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसमें कोई खराबी नहीं आई है। यदि इंजन इस टेस्ट में सफल होता है, तभी उस हवाई जहाज को उड़ान भरने की अनुमति दी जाती है.


विमान सुरक्षा के लिए यह टेस्ट कितना महत्वपूर्ण है?


यह टेस्ट यात्रियों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि यदि उड़ान के दौरान कोई पक्षी इंजन से टकराता है, तो भी विमान सुरक्षित रह सकता है.


बर्ड-स्ट्राइक कितना खतरनाक हो सकता है?


यदि उड़ान के दौरान कोई पक्षी हवाई जहाज के इंजन से टकरा जाए, तो इससे इंजन फेल हो सकता है या इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ सकती है। इसलिए एयरक्राफ्ट इंजीनियरिंग में यह टेस्ट आवश्यक है.