क्या छोटे बच्चों को कफ सिरप देना सुरक्षित है? जानें विशेषज्ञों की राय

बदलते मौसम में सर्दी और खांसी के मामलों में वृद्धि हो रही है, जिससे छोटे बच्चों के लिए कफ सिरप का उपयोग एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। हाल ही में हुई कुछ दुखद घटनाओं ने इस पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों और WHO की सलाह के अनुसार, 5 साल से छोटे बच्चों को कफ सिरप देना सुरक्षित नहीं है। जानें कि क्यों यह दवा बच्चों के लिए हानिकारक हो सकती है और इसके स्थान पर क्या उपाय किए जा सकते हैं।
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क्या छोटे बच्चों को कफ सिरप देना सुरक्षित है? जानें विशेषज्ञों की राय

क्या छोटे बच्चों को कफ सिरप देना चाहिए?

क्या छोटे बच्चों को कफ सिरप देना सुरक्षित है? जानें विशेषज्ञों की राय

5 साल से छोटे बच्चों को कफ सिरप?Image Credit source: Getty Images

मौसम में बदलाव के साथ सर्दी और खांसी के मामलों में वृद्धि हो रही है। हाल ही में राजस्थान और मध्य प्रदेश में कुछ बच्चों की मृत्यु डेक्सट्रोमेथॉर्फन और डायएथिलीन ग्लायकॉल युक्त कफ सिरप के सेवन से हुई। इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि छोटे बच्चों पर सिरप का प्रभाव कितना गंभीर हो सकता है। ऐसे में यह जानना आवश्यक है कि क्या 5 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप देना सुरक्षित है। आइए जानते हैं विशेषज्ञों और WHO की राय।

कफ सिरप मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं: ड्राई कफ सिरप और वेट कफ सिरप। ड्राई कफ सिरप सूखी खांसी को नियंत्रित करता है, जबकि वेट कफ सिरप बलगम वाली खांसी में मदद करता है। कुछ सिरप में Dextromethorphan होता है, जो मस्तिष्क के उस हिस्से को प्रभावित करता है जो खांसी के संकेत भेजता है।

हालांकि, बच्चों में इसकी अधिक मात्रा लेने से नर्वस सिस्टम, सांस लेने की क्षमता और कभी-कभी दिल पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। एक्सपेक्टोरेंट तत्व बलगम को पतला करके खांसी को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इन सिरप में कुछ रासायनिक तत्व और प्रिज़र्वेटिव्स जैसे Diethylene Glycol और Ethylene Glycol भी होते हैं। यदि इनका सेवन सुरक्षित मात्रा से अधिक किया जाए तो ये बच्चों के किडनी, लीवर और नर्वस सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।

क्या छोटे बच्चों को कफ सिरप देना चाहिए, क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

सफदरजंग अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के निदेशक प्रोफेसर डॉ. जुगल किशोर के अनुसार, WHO की सलाह है कि 5 साल से छोटे बच्चों को कफ सिरप देना आमतौर पर सुरक्षित नहीं है। इसमें मौजूद Dextromethorphan बच्चों में सांस लेने में कठिनाई, चक्कर, उल्टी और बेहोशी पैदा कर सकता है। वहीं, Diethylene Glycol (DEG) और Ethylene Glycol (EG) जैसे जहरीले तत्व किडनी और लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।

सिरप में मौजूद प्रिज़र्वेटिव्स और स्वीटनिंग एजेंट्स लंबे समय तक या अधिक मात्रा में लेने पर पेट की समस्याएं, एलर्जी और संवेदनशील बच्चों में अन्य अंगों पर प्रभाव डाल सकते हैं। इन सभी कारणों से विशेषज्ञ और WHO सलाह देते हैं कि छोटे बच्चों के लिए सिरप के बजाय प्राकृतिक उपाय और डॉक्टर की देखरेख में दवाएं ही उपयोग की जाएं।

सावधानी बरतने के उपाय

5 साल से छोटे बच्चों को ओवर-द-काउंटर कफ सिरप न दें।

सिरप हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लें।

लेबल पर लिखी सुरक्षित मात्रा का पालन करें।

छोटे बच्चों के लिए विशेष रूप से जहरीले रसायनों जैसे Diethylene Glycol, Ethylene Glycol से बने सिरप से बचें।

बच्चों के खांसी और सर्दी में गर्म पानी, भाप, पर्याप्त पोषण और नींद को प्राथमिक उपचार मानें।

सिरप के सेवन के बाद असामान्य लक्षण जैसे उल्टी, चक्कर या सांस लेने में कठिनाई हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.