क्या किचन स्लैब पर रोटी बेलना सही है? जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार

क्या आप किचन स्लैब पर रोटी बेलते हैं? यह लेख आपको बताएगा कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह सही है या गलत। जानें रसोई की दिशा, साफ-सफाई और अन्य महत्वपूर्ण बातें जो आपके किचन के वातावरण को प्रभावित कर सकती हैं। क्या लकड़ी के बोर्ड का उपयोग करना बेहतर है? सभी जानकारियों के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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क्या किचन स्लैब पर रोटी बेलना सही है? जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार

किचन स्लैब पर रोटी बेलने के वास्तु टिप्स

क्या किचन स्लैब पर रोटी बेलना सही है? जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार
क्या आप भी किचन स्लैब पर रोटियां बेलते हैं? जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार यह सही है या गलत


किचन चाहे आधुनिक हो या पारंपरिक, खाना बनाने की प्रक्रिया लगभग समान होती है। रोटी बनाने के लिए लोग अक्सर लकड़ी के बोर्ड का उपयोग करते हैं, लेकिन कुछ लोग किचन काउंटर पर ही रोटियां बेलते हैं। इस संदर्भ में यह जानना आवश्यक है कि क्या किचन स्लैब पर रोटी बेलना वास्तु के अनुसार उचित है या नहीं।


वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई को एक पवित्र स्थान माना जाता है। यदि किचन साफ-सुथरा और सही दिशा में बना हो, तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। रोटी बेलने के लिए स्लैब का उपयोग सामान्य हो गया है, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि स्लैब पूरी तरह से साफ हो। रोटी बेलते समय वहां कोई गंदगी या जूठा बर्तन नहीं होना चाहिए।


रसोई का स्लैब वास्तु के नियमों के अनुसार होना चाहिए। खाना पकाने का क्षेत्र पूर्व दिशा में होना चाहिए, जिससे सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा मिल सके। यदि किचन उत्तर दिशा में है, तो सूर्य की रोशनी नहीं पहुंचती, जिससे नमी और गंदगी बढ़ सकती है। इसलिए दिशा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।


ज्योतिष के अनुसार, रोटी बेलने के लिए लकड़ी का बोर्ड और बेलन राहु-केतु का प्रतीक माने जाते हैं। यदि रोटी लकड़ी के बोर्ड पर बेलें, तो राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है। इसलिए किचन स्लैब पर रोटी बेलने के बजाय लकड़ी के बोर्ड का उपयोग करना बेहतर होगा।