क्या किचन स्लैब पर रोटी बेलना सही है? जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार

किचन स्लैब पर रोटी बेलने के वास्तु टिप्स
चाहे किचन आधुनिक हो या पारंपरिक, खाना बनाने की प्रक्रिया लगभग समान होती है। रोटी बनाने के लिए लोग अक्सर लकड़ी के बोर्ड का उपयोग करते हैं, लेकिन कुछ लोग किचन काउंटर पर ही रोटी बेलते हैं। इस संदर्भ में यह जानना आवश्यक है कि क्या किचन स्लैब पर रोटी बेलना वास्तु के अनुसार उचित है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई को एक पवित्र स्थान माना जाता है। यदि किचन साफ-सुथरा और सही दिशा में बना हो, तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। किचन स्लैब पर रोटी बेलना अब आम बात हो गई है, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि स्लैब पूरी तरह से साफ हो। रोटी बेलते समय वहां कोई गंदगी या जूठा बर्तन नहीं होना चाहिए।
रसोई का स्लैब वास्तु के नियमों के अनुसार होना चाहिए। खाना पकाने का क्षेत्र पूर्व दिशा में होना चाहिए ताकि सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा मिल सके। यदि किचन उत्तर दिशा में है, तो सूर्य की रोशनी नहीं पहुंचती, जिससे नमी और गंदगी बढ़ सकती है। इसलिए दिशा का ध्यान रखना आवश्यक है।
ज्योतिष के अनुसार, जिस लकड़ी के बोर्ड पर रोटी बेलते हैं, वह राहु-केतु का प्रतीक माना जाता है। यदि रोटी लकड़ी के बोर्ड पर बेलें, तो राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है। इसलिए किचन स्लैब पर रोटी बेलने के बजाय लकड़ी के बोर्ड का उपयोग करना बेहतर होगा।