कोल्हापुर की हथिनी महादेवी का जामनगर में स्थानांतरण, भावुक विदाई

कोल्हापुर के मठ में रह रही 36 वर्षीय हथिनी महादेवी को जामनगर के पशु कल्याण केंद्र में स्थानांतरित किया गया। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद, ग्रामीणों ने भावुक विदाई दी। इस स्थानांतरण का आदेश पेटा इंडिया द्वारा की गई शिकायत के बाद जारी किया गया था। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और इसके महत्व को।
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कोल्हापुर की हथिनी महादेवी का जामनगर में स्थानांतरण, भावुक विदाई

महादेवी का जामनगर में स्थानांतरण

कोल्हापुर के एक मठ में रह रही 36 वर्षीय हथिनी, जिसे महादेवी के नाम से जाना जाता है, को जामनगर के पशु कल्याण केंद्र में भेजे जाने पर लोगों की आंखों में आंसू आ गए।


महादेवी को सोमवार को गुजरात के जामनगर में वनतारा नामक पशु कल्याण केंद्र के प्रतिनिधियों को सौंपा गया।


उच्चतम न्यायालय ने मठ द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें मुंबई उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसने पशु को गुजरात के केंद्र में स्थानांतरित करने के निर्णय को बरकरार रखा था।


भावुक विदाई

धार्मिक संस्था 'स्वस्थश्री जिनसेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामी संस्था' के भक्तों और कोल्हापुर के करवीर तहसील के नंदनी गांव के निवासियों ने सोमवार की शाम हथिनी को भावभीनी विदाई दी।


उच्च न्यायालय ने 16 जुलाई को एचपीसी के निर्णय को मान्यता दी, जिसमें कहा गया कि हाथी को गुणवत्तापूर्ण जीवन का अधिकार है, जो धार्मिक कार्यों में उसके उपयोग के अधिकार से अधिक महत्वपूर्ण है।


अदालत का निर्णय

न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति नीला गोखले की पीठ ने कहा कि महादेवी का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य कोल्हापुर में ट्रस्ट की देखरेख में खराब हो गया था।


अदालत ने मठ द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उच्च स्तरीय समिति द्वारा हथिनी को 'राधे कृष्ण एलिफेंट वेलफेयर ट्रस्ट' में स्थानांतरित करने के आदेश को चुनौती दी गई थी।


हथिनी का स्थानांतरण

अधिकारियों के अनुसार, महादेवी को पशु एम्बुलेंस के माध्यम से बुधवार को जामनगर के पशु कल्याण केंद्र में पहुंचाया जाएगा।


ग्रामीणों की एक बड़ी संख्या ने हथिनी को विदाई दी।


हथिनी के स्थानांतरण का आदेश 'पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स' (पेटा) इंडिया द्वारा की गई शिकायत के बाद जारी किया गया था।