कोयंबटूर बम विस्फोट के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी: 27 साल बाद पुलिस ने किया खुलासा

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
कर्नाटक के विजयपुरा में एक सब्जी मंडी से 50 वर्षीय सादिक को गिरफ्तार किया गया है, जो 1998 के कोयंबटूर सीरियल बम विस्फोट का मुख्य आरोपी है। 27 वर्षों तक गिरफ्तारी से बचने के बाद, उसे गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा गया। कोयंबटूर पुलिस की एक टीम ने विजयपुरा में उसकी गतिविधियों पर नजर रखी और बुधवार को उसे बाजार में उसकी दुकान से गिरफ्तार किया। सादिक, जिसे 'दर्जी राजा' के नाम से भी जाना जाता है, को कोयंबटूर लाया गया और आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को सौंपा गया।
सादिक का जीवन और फरारी
सादिक राजा, जो चामराजनगर जिले के गुंडलूपेट का निवासी है, 1998 के विस्फोट के बाद से फरार था। पुलिस के अनुसार, वह विभिन्न राज्यों में घूमता रहा, पहले तमिलनाडु से बेंगलुरु, फिर हुबली और अंततः विजयपुरा में बस गया। पिछले 12 वर्षों से, वह एक साधारण जीवन जी रहा था और सब्जी बेचने का काम कर रहा था। उसने एक स्थानीय महिला से शादी की थी, जिससे उसे समुदाय में घुलने-मिलने में मदद मिली।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
कोयंबटूर पुलिस ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। यह अभियान अत्यंत गोपनीयता के साथ चलाया गया, जिसमें विजयपुरा की स्थानीय पुलिस को भी अंतिम चरण तक जानकारी नहीं दी गई। तमिलनाडु के आतंकवाद-रोधी दस्ते और कोयंबटूर शहर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने इस अभियान का नेतृत्व किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सादिक ने वर्षों तक अपना नाम और निवास स्थान बदलते हुए गिरफ्तारी से बचने की कोशिश की।
मुख्यमंत्री की सराहना
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कर्नाटक में सादिक की गिरफ्तारी के लिए 2023 में स्थापित आतंकवाद निरोधी दस्ते के प्रयासों की सराहना की। पुलिस के अनुसार, 'दर्जी' राजा कई अन्य गंभीर घटनाओं में भी शामिल था, जिसमें 1996 में कोयंबटूर में पेट्रोल बम हमला और 1997 में मदुरै में जेलर की हत्या शामिल हैं।