कैथल में संस्कृत सम्भाषण शिविर का उद्घाटन

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में संस्कृतभारती द्वारा दो सप्त दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविर का उद्घाटन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा के महत्व से अवगत कराना है। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. नवीन शर्मा ने संस्कृतभारती संगठन के कार्यों की जानकारी दी। शिविर में 130 बालिकाएं भाग ले रही हैं, जो भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में सहायक होगी।
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कैथल में संस्कृत सम्भाषण शिविर का उद्घाटन

संस्कृत सम्भाषण शिविर का शुभारम्भ

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में संस्कृतभारती हरियाणा द्वारा आयोजित दो सप्त दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविरों का उद्घाटन किया गया। यह शिविर 24 जुलाई तक चलेगा। उद्घाटन समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वन्दना से हुई।


 


विद्यालय की संस्कृत शिक्षिका सुमन तंवर ने उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए शिविर के उद्देश्यों को विद्यार्थियों के सामने रखा। उन्होंने बताया कि भारतीय मूल्यों और संस्कारों से जुड़े रहने के लिए संस्कृत की महत्वपूर्ण भूमिका है।




शिविर के उद्घाटन में संस्कृतभारती के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख और महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल के ज्योतिष विभाग के आचार्य डॉ. नवीन शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने संस्कृतभारती संगठन के कार्यों का परिचय देते हुए बताया कि यह संगठन संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत है।




उन्होंने शिविरार्थियों को संस्कृत सम्भाषण शिविरों, प्रबोधन वर्गों और प्रशिक्षण वर्गों के विषय में भी जानकारी दी। श्रावणी पूर्णिमा को संस्कृत दिवस मनाया जाता है और श्रावण मास को संस्कृत मास के रूप में जाना जाता है, जिसमें संस्कृत प्रेमियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। संस्कृत न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करती है, बल्कि नैतिक मूल्यों को भी मजबूत बनाती है, जो आज के समय में अत्यंत आवश्यक है।




विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य श्रीमती सुनीता ने शिविर के आयोजन और भारतीय ज्ञान-परंपरा की मूल संस्कृत के प्रचार-प्रसार में कार्यकर्ताओं की सराहना की। इस अवसर पर कैथल जिला सहमंत्री प्रवीण शास्त्री ने शिविर की व्यवस्था की और शिविर शिक्षिका आशा ने मंच का संचालन किया। इन शिविरों में 130 बालिकाएं भाग ले रही हैं। यह शिविर दो भागों में आयोजित किया जाएगा। विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती सविता, भूगोल प्राध्यापक जय भगवान, शीतल आदि भी उपस्थित रहे।