केसीआर ने कलेश्वरम परियोजना में अनियमितताओं की जांच के लिए आयोग के समक्ष पेश हुए

केसीआर की पेशी और सुरक्षा इंतजाम
पूर्व मुख्यमंत्री और बीआरएस के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने बुधवार को हैदराबाद के बीआरके भवन में न्यायमूर्ति पीसी घोष आयोग के समक्ष कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना में संभावित अनियमितताओं की जांच के लिए पेशी दी। इस दौरान, पार्टी के कार्यकर्ता पहले से ही उनके एर्रावेली निवास के बाहर एकत्रित हो गए थे। आयोग द्वारा चंद्रशेखर राव से पूछताछ के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और केसीआर के पुत्र केटी रामा राव ने इस संदर्भ में कहा कि केसीआर ने पिछले 10 वर्षों में जो कार्य किए हैं, वैसा किसी भी राज्य में आज़ाद भारत में नहीं हुआ।
केटी रामा राव का बयान
केटी रामा राव ने आगे कहा कि चाहे पानी हो या बिजली, भारत के इतिहास में किसी भी मुख्यमंत्री ने इतना कार्य नहीं किया। यदि उन्होंने किसी अन्य देश में ऐसा किया होता, तो उन्हें पहचान और संभवतः सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी मिलता। लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई परियोजना, जो चार वर्षों में पूरी हुई, केसीआर के नेतृत्व में बनी और इससे 45 लाख एकड़ भूमि को पानी मिला। लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए इस परियोजना को बदनाम किया जा रहा है। उन्हें विश्वास है कि आयोग भी इस बात को समझेगा और केसीआर सभी सवालों का उचित उत्तर देंगे।
राजनीतिक आरोप और कलेश्वरम परियोजना
राव ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और भाजपा इस मामले में एक साथ हैं। कलेश्वरम परियोजना में 100 से अधिक घटक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पूरा सिस्टम बरकरार है, जिसमें से एक बैराज है, जिसके 85 खंभों में से दो क्षतिग्रस्त हैं। उनका मानना है कि यह कांग्रेस की किसी शरारत का परिणाम है।
उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा और कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे इस राजनीतिक बदले की भावना और बदनामी के अभियान को तेलंगाना की जनता एक कड़ा जवाब देगी।