केरल में भीड़ हिंसा के शिकार रामनारायण के परिवार को न्याय का आश्वासन

केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने पलक्कड़ जिले में हुई भीड़ हिंसा में जान गंवाने वाले रामनारायण के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने इस घटना को गंभीर चिंता का विषय बताया और कहा कि ऐसे कृत्य समाज की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए विशेष दल का गठन किया है और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने का वादा किया है। विपक्षी दलों ने भी मुआवजे की मांग की है।
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केरल में भीड़ हिंसा के शिकार रामनारायण के परिवार को न्याय का आश्वासन

मुख्यमंत्री का न्याय का आश्वासन

केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने सोमवार को पलक्कड़ जिले के वालयार में हुई भीड़ हिंसा में छत्तीसगढ़ के निवासी रामनारायण की मौत के बाद उनके परिवार को न्याय दिलाने का वादा किया।


मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीर चिंता का विषय बताया और कहा कि ऐसे कृत्य केरल जैसे प्रगतिशील समाज की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं और इन्हें पूरी तरह से अस्वीकार्य माना जाना चाहिए।


विजयन ने मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा कि इस अपराध में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच के लिए जिला पुलिस प्रमुख के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल गठित किया गया है।


सरकार की कार्रवाई और मुआवजे की घोषणा

मुख्यमंत्री ने मामले की सभी जानकारी की गहन जांच करने और आवश्यक कानूनी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार मामले की समीक्षा करेगी और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा प्रदान करेगी।


यह टिप्पणी विपक्षी दल कांग्रेस और पीड़ित परिवार द्वारा मुआवजे और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत जांच की मांग के एक दिन बाद आई है।


परिवार की मांगें और गिरफ्तारी

रामनारायण के भाई ने रविवार को मीडिया से कहा कि परिवार तब तक शव नहीं लेगा जब तक 25 लाख रुपये का मुआवजा और अन्य मांगें पूरी नहीं की जातीं।


रामनारायण की कथित तौर पर बुधवार शाम को चोरी के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर रामनारायण के परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता देने का अनुरोध किया था।


इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।