केरल में भारी बारिश और बाढ़: छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

केरल में बारिश और बाढ़ की स्थिति
रविवार को केरल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश हुई, जबकि कई निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। अन्य आठ जिलों के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है।
इसके अलावा, लक्षद्वीप के लिए भी 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया गया है। 'ऑरेंज' अलर्ट का मतलब है कि अगले 24 घंटों में 11 से 20 सेंटीमीटर के बीच 'बहुत भारी बारिश' हो सकती है, जबकि 'येलो' अलर्ट 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच 'भारी बारिश' का संकेत देता है।
इडुक्की जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां शनिवार रात और रविवार सुबह बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। अधिकारियों ने बताया कि नेदुमकंदम, कुमिली और कट्टप्पना क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।
जिला प्रशासन ने प्रभावित निवासियों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया है। लगातार बारिश के कारण मुल्लापेरियार बांध का जलस्तर बढ़ गया है। तमिलनाडु जल संसाधन विभाग ने 13 'स्पिलवे शटर' को 100 सेंटीमीटर तक खोल दिया है।
अधिकारियों के अनुसार, बांध से 1,400 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, और सुबह 5 बजे जलस्तर 139.30 फुट दर्ज किया गया। जिले के अन्य तीन बांधों से भी पानी छोड़ा जा रहा है।
एर्नाकुलम में रात भर हुई भारी बारिश के कारण रेलवे स्टेशन के पास बाढ़ आ गई है, जहां मरम्मत का कार्य जारी है। विभिन्न नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन को सतर्क रखा गया है।
पथनमथिट्टा, कोझिकोड, मलप्पुरम और कन्नूर जिलों में भी भारी बारिश हुई है। मलप्पुरम में, जिला अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ का पानी कृषि भूमि में घुस गया है, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि 22 अक्टूबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है।