केरल में निजी बसों की हड़ताल से यात्रियों को होगी कठिनाई

केरल में निजी बस संचालकों ने हड़ताल का ऐलान किया है, जिससे यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यह हड़ताल परिवहन आयुक्त के साथ वार्ता विफल होने के बाद शुरू हुई है। बस ऑपरेटरों की कई मांगें हैं, जिनमें परमिट नवीनीकरण और जुर्माने में कमी शामिल हैं। यदि बातचीत सफल नहीं होती है, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी चेतावनी दी गई है।
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केरल में निजी बसों की हड़ताल से यात्रियों को होगी कठिनाई

केरल में बस संचालकों की हड़ताल

केरल में यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि राज्यभर में निजी बस संचालकों ने हड़ताल का ऐलान किया है। यह विरोध प्रदर्शन बस मालिकों के संघों की संयुक्त समिति द्वारा किया जा रहा है, जो परिवहन आयुक्त के साथ वार्ता विफल होने के बाद शुरू हुआ है। एक दिवसीय हड़ताल से व्यापक व्यवधान उत्पन्न होने की संभावना है, विशेषकर उन दूरदराज के क्षेत्रों में जहां निजी बसें मुख्य परिवहन साधन हैं। सूत्रों के अनुसार, बस ऑपरेटर कई मांगें उठा रहे हैं, जिनमें परमिट का समय पर नवीनीकरण, छात्रों के लिए रियायती किराए में वृद्धि और कर्मचारियों के लिए अनिवार्य पुलिस क्लीयरेंस प्रमाणपत्र को वापस लेने की मांग शामिल है। 


इसके अलावा, उन्होंने ई-चालान प्रणाली के तहत लगाए जा रहे भारी जुर्माने का भी विरोध किया है और महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को वापस लेने की मांग की है। बस संचालकों ने प्रशासन से खराब सड़कों की तात्कालिक मरम्मत करने और जुर्माने के नियमों के सख्त प्रवर्तन को आसान बनाने का भी अनुरोध किया है, जो उनके अनुसार उनके संचालन पर अनुचित बोझ डाल रहे हैं। समिति के नेताओं ने कहा कि यह हड़ताल एक चेतावनी है। यदि सार्थक बातचीत फिर से शुरू नहीं होती है और एक सप्ताह के भीतर ठोस समाधान नहीं मिलता है, तो उन्होंने 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।