केरल में दोस्ती के विवाद ने लिया हिंसक मोड़, वीडियो बना हुआ वायरल

केरल के एर्नाकुलम जिले में फ्रेंडशिप डे पर एक स्कूल में छात्रों के बीच एक लड़की को लेकर विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया। इस घटना में एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया और विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए काउंसलिंग की सिफारिश की है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और स्कूल प्रशासन की प्रतिक्रिया।
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दोस्तों के बीच विवाद का कारण

फ्रेंडशिप डे एक ऐसा अवसर है जब लोग अपनी मित्रता का जश्न मनाते हैं। इस दिन दोस्त एक-दूसरे के साथ अपने रिश्तों को याद करते हैं। लेकिन केरल के एर्नाकुलम जिले में एक स्कूल में इस दिन को लेकर एक विवाद इतना बढ़ गया कि यह सुर्खियों में आ गया। कंजिरामट्टम में 11वीं कक्षा के छात्रों के बीच एक लड़की को लेकर बहस ने हिंसक रूप ले लिया। 'बेस्टी' कहलाने के अधिकार पर शुरू हुई यह तकरार लड़ाई में बदल गई।


इस झगड़े का एक वीडियो भी बनाया गया, जिसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया गया।


सूत्रों के अनुसार, बहस के दौरान एक छात्र ने लड़की के सामने न्यूड होकर फिल्माने की कोशिश की। जब उनके दोस्तों ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया, तो यह पूरे स्कूल में फैल गया। इस विवाद के बढ़ने पर स्कूल प्रबंधन को पुलिस को बुलाना पड़ा।


घायल छात्र और पुलिस की कार्रवाई

इस झगड़े में एक छात्र को गंभीर चोटें आईं। मुलंतुरुथी के एसएचओ केपी महेश ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने घटना का फुटेज पुलिस को सौंपा है। पुलिस ने दोनों छात्रों के माता-पिता को बुलाकर स्थिति की गंभीरता के बारे में बताया और बच्चों को चेतावनी दी।


काउंसलिंग की सिफारिश

शुरुआत में घायल छात्र के माता-पिता ने मामला दर्ज कराने की इच्छा जताई थी, लेकिन नाबालिग छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इसे वापस ले लिया। पुलिस ने भी मामला दर्ज नहीं किया और एर्नाकुलम बाल कल्याण समिति को रिपोर्ट सौंपने का निर्णय लिया। समिति से छात्रों की काउंसलिंग और अन्य सहायता की सिफारिश की गई।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिससे स्कूल की छवि को नुकसान पहुंचा। बताया जा रहा है कि विवाद के दौरान दोनों छात्रों ने एक-दूसरे को उकसाया और लड़ाई के बाद वीडियो को दोस्तों के साथ साझा किया। पुलिस ने कहा कि बच्चों को इस घटना की गंभीरता समझाने और भविष्य में ऐसे मामलों से बचने के लिए काउंसलिंग दी जाएगी। स्कूल प्रशासन ने भी छात्रों की निगरानी बढ़ाने और सोशल मीडिया पर नियंत्रण के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है.