केतु दोष के उपाय: कुत्तों की सेवा से पाएं मानसिक शांति

केतु दोष का प्रभाव हमारे जीवन में कई समस्याएं ला सकता है, जैसे स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें और मानसिक तनाव। ज्योतिष में कुत्तों की सेवा को एक प्रभावी उपाय माना गया है। यह उपाय न केवल केतु की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है, बल्कि घर में शांति और बच्चों के व्यवहार में सुधार भी लाता है। जानें कैसे कुत्तों की सेवा से आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
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केतु दोष के उपाय: कुत्तों की सेवा से पाएं मानसिक शांति

केतु दोष के उपाय

केतु दोष के उपाय: कुत्तों की सेवा से पाएं मानसिक शांति


केतु दोष के उपाय: ग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। जब कोई ग्रह असंतुलित होता है, तो यह हमारे स्वास्थ्य, कार्य और संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। केतु एक ऐसा ग्रह है, जिसे रहस्यमय और आध्यात्मिक माना जाता है। यदि जन्म कुंडली में केतु की स्थिति सही नहीं है, तो व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कमर या पैरों में दर्द, निचले हिस्से से संबंधित बीमारियां, पेशाब में कठिनाई, या बच्चों का कहना न मानना। इस स्थिति में ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण उपाय बताया गया है - कुत्तों की सेवा। यह उपाय सुनने में सरल लगता है, लेकिन इसके पीछे गहरा अर्थ है। कहा जाता है कि कुत्तों की दुआ और किन्नरों की दुआ सीधे ऊपर तक पहुंचती है। इसलिए, केतु से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए कुत्तों की सेवा अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। इस विषय पर जानकारी दे रहे हैं भोपाल के ज्योतिषी और वास्तु विशेषज्ञ हितेंद्र कुमार शर्मा।


केतु का प्रभाव और लक्षण
केतु को छाया ग्रह माना जाता है, और इसका प्रभाव व्यक्ति के मानसिक संतुलन, आध्यात्मिक झुकाव और स्वास्थ्य पर पड़ता है। जब केतु अशुभ होता है, तो व्यक्ति को अचानक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।


यदि जन्म कुंडली में केतु तीसरे, चौथे, छठे, सातवें, नौवें, ग्यारहवें या बारहवें भाव में है, तो ये समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं।


उपाय – कुत्तों की सेवा
ज्योतिष में यह माना जाता है कि केतु की कृपा प्राप्त करने के लिए कुत्तों की सेवा करना सबसे सरल और प्रभावी तरीका है।


1. सीधी सेवा – यदि संभव हो, तो रोजाना किसी कुत्ते को रोटी, दूध या बिस्किट दें। इससे केतु शांत होता है और शनि व राहु के नकारात्मक प्रभाव भी कम होते हैं।
2. प्रतीकात्मक स्थापना – यदि असली कुत्तों की सेवा संभव न हो, तो घर के पश्चिम दिशा में मिट्टी के तीन कुत्ते स्थापित करें। पश्चिम दिशा शनि से जुड़ी मानी जाती है, और इससे धन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।


- एक भूरा (ब्राउन)
- एक सफेद (वाइट)
- एक काला (ब्लैक)


तीन कुत्तों का उपाय क्यों खास है
केतु का संबंध अंक तीन से है। इसलिए तीन कुत्तों की सेवा या स्थापना विशेष प्रभाव डालती है। तीन रंगों के कुत्ते शनि, राहु और केतु के संतुलन का प्रतीक होते हैं।


भूरा कुत्ता – स्थिरता और धैर्य का प्रतीक, जो जीवन में स्थायित्व लाता है।
सफेद कुत्ता – मानसिक शांति और स्पष्ट सोच का प्रतीक।
काला कुत्ता – नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाला।


उपाय के लाभ
यदि यह उपाय सही तरीके से किया जाए, तो कई सकारात्मक बदलाव महसूस होते हैं:
1. घर में शांति और सद्भाव बढ़ता है।
2. बच्चों का व्यवहार सुधरता है।
3. स्वास्थ्य में सुधार, विशेषकर कमर और पैरों के दर्द में कमी।
4. मानसिक तनाव में कमी और आत्मविश्वास में वृद्धि।


ध्यान रखने योग्य बातें
1. कुत्तों को नुकसान न पहुंचाएं, सेवा भाव से ही खिलाएं।
2. मिट्टी के कुत्ते साफ-सुथरे और बिना टूट-फूट के होने चाहिए।
3. स्थापना के बाद समय-समय पर उनकी धूल साफ करें।