केजरीवाल का नोबेल पुरस्कार का दावा: दिल्ली में काम के लिए मिली सराहना

अरविंद केजरीवाल ने मोहाली में एक जनसभा में कहा कि उन्हें शासन और प्रशासन के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे उनके प्रयासों को विफल करने के लिए नगर निगम का उपयोग कर रहे हैं। केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक यात्रा और दिल्ली में किए गए कार्यों का भी जिक्र किया। जानें उनके विचार और दिल्ली की राजनीति में उनके योगदान के बारे में।
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केजरीवाल का नोबेल पुरस्कार का दावा: दिल्ली में काम के लिए मिली सराहना

केजरीवाल का बयान

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक जनसभा में कहा कि उन्हें शासन और प्रशासन के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। पंजाब के मोहाली में आयोजित इस सभा में केजरीवाल ने कहा कि जब उनकी सरकार दिल्ली में थी, तब भी उन्हें काम करने की अनुमति नहीं दी गई, फिर भी उन्होंने अपने कार्यकाल में काफी काम किया।


भाजपा पर आरोप

केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाया कि वे केंद्र सरकार के इशारों पर काम कर रहे हैं, जिससे आप के प्रयासों को बाधित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नगर निगम का उपयोग करके आप की पहलों को विफल करने की कोशिश की है। केजरीवाल ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक बनाने के बावजूद भाजपा शासित नगर निगम ने कई क्लीनिकों को ध्वस्त कर दिया।


आप की राजनीतिक यात्रा

केजरीवाल ने बताया कि जब आम आदमी पार्टी का रजिस्ट्रेशन 26 नवंबर 2012 को हुआ, तब मीडिया ने कहा था कि उनकी जमानत ज़ब्त हो जाएगी। लेकिन एक साल बाद, पार्टी ने 28 सीटें जीतकर सरकार बनाई। उन्होंने कहा कि 49 दिन की सरकार में उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए। जब मोदी सरकार चुनाव जीत रही थी, तब भी आप ने दिल्ली में 67 सीटें जीतकर सरकार बनाई।


जनता की जरूरतों पर ध्यान

केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने झुग्गियों में काम करते हुए स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति को सुधारने का प्रयास किया। उन्होंने 200 यूनिट बिजली और 20,000 लीटर पानी मुफ्त देने का निर्णय लिया, जो जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करता है।