केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 61वां जन्मदिन: जीवन की रोचक बातें

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज 61 वर्ष के हो गए हैं। उनके जन्मदिन के अवसर पर, हम उनके जीवन और राजनीतिक करियर की कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं। अमित शाह का जन्म 1964 में हुआ और उन्होंने 1980 में राजनीति में कदम रखा। वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और 2019 में गृहमंत्री बने। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जानें उनके जीवन की अनकही बातें और राजनीतिक सफर के बारे में।
 | 
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 61वां जन्मदिन: जीवन की रोचक बातें

अमित शाह का जन्मदिन

आज, 22 अक्टूबर को, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। गृहमंत्री बनने से पहले, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, गुजरात के गृहमंत्री और बीजेपी के महासचिव के रूप में कार्य किया। 2019 के लोकसभा चुनावों में, उन्होंने गांधी नगर से सांसद के रूप में जीत हासिल की। उन्हें राजनीति के चाणक्य के रूप में भी जाना जाता है। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...


जन्म और परिवार

अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में कुसुम बेन और अनिलचंद्र शाह के घर हुआ। उनके दादा गायकवाड़ के बड़ौदा राज्य की एक छोटी रियासत मनसा के व्यापारी थे। अमित शाह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मनसा में प्राप्त की और बाद में उनका परिवार अहमदाबाद में बस गया।


राजनीतिक करियर

अमित शाह ने 1980 में, जब उनकी उम्र केवल 16 वर्ष थी, युवा स्वयंसेवक के रूप में संघ में कदम रखा। 1982 में, उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की गुजरात इकाई का संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया। 1984 में, उन्होंने नारायणपुर वार्ड के संघवी बूथ पर मतदान एजेंट के रूप में बीजेपी के लिए काम किया और इस दौरान भाजपा के युवा मोर्चे में शामिल हो गए।


1989 में, वह बीजेपी की अहमदाबाद इकाई के सचिव बने। उस समय देश में रामजन्मभूमि आंदोलन चल रहा था। जब अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी ने गांधीनगर लोकसभा से चुनाव लड़ा, तो अमित शाह ने चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाली।


नरेंद्र मोदी से संबंध

1990 के दशक में, गुजरात में बीजेपी का तेजी से विकास हुआ। इस दौरान, वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात भाजपा के संगठन सचिव थे। 1997 में, अमित शाह भाजपा के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बने और सरखेज विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। तब से लेकर 2012 तक, उन्होंने हर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की।


1998 में, वह गुजरात बीजेपी के प्रदेश सचिव बने और एक साल के भीतर प्रदेश उपाध्यक्ष का पद संभाला। 2002 में, मोदी के नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनावों में 'गौरव-यात्रा' के दौरान अमित शाह को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। बीजेपी ने चुनाव जीता और शाह मंत्री बने। 2010 तक, उन्होंने गुजरात सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाला।


बीजेपी के रणनीतिकार

2014 के चुनावों में, बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को पीएम उम्मीदवार बनाया और अमित शाह को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया। देश ने मोदी के पक्ष में जनादेश दिया, जिससे यूपी में बीजेपी को 73 सीटें मिलीं और पार्टी का वोट प्रतिशत 42% तक पहुंचा। यह अमित शाह की रणनीतिक कुशलता का प्रमाण था। 9 जुलाई 2014 को, उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2017 में, वह गुजरात से राज्यसभा सदस्य बने।


गृहमंत्री के रूप में कार्यकाल

1997 से 2017 तक गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे अमित शाह ने 2019 में पहली बार गांधीनगर से लोकसभा चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की। उसी वर्ष, वह देश के गृहमंत्री बने और उनके कार्यकाल में आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। अमित शाह अपनी अनुशासित कार्यशैली के लिए प्रसिद्ध हैं।