केंद्रीय कृषि मंत्री ने पंजाब में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब के अमृतसर जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। चौहान ने बताया कि पंजाब इस समय गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है, जहां 1.5 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलें जलमग्न हैं। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से सहायता का आश्वासन दिया और स्थिति का जायजा लेने के लिए गांवों में जाने की बात कही।
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केंद्रीय कृषि मंत्री ने पंजाब में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पंजाब के अमृतसर जिले में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। चौहान ने भारी बारिश के कारण जलभराव से प्रभावित फसलों का भी निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की। मंत्री चौहान अमृतसर, कपूरथला और गुरदासपुर जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। दौरे के बाद, वे शाम को अमृतसर में अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे।


 


शिवराज ने कहा कि पंजाब इस समय गंभीर संकट का सामना कर रहा है। जलप्रलय की स्थिति बनी हुई है और फसलें डूब गई हैं। प्रधानमंत्री ने मुझे यहाँ भेजा है ताकि हम गांवों में जाकर स्थिति का जायजा ले सकें और ग्रामीणों से संवाद कर सकें। संकट के इस समय में केंद्र सरकार पंजाब की जनता के साथ खड़ी है। बुधवार को उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मैं कल (4 सितंबर) पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करूँगा। मैं अपने किसान भाइयों और बहनों से कहना चाहता हूँ कि केंद्र सरकार स्थिति पर नज़र रखे हुए है और राज्य सरकार के साथ मिलकर हर संभव कदम उठाएगी।"


 


चौहान ने नुकसान की गंभीरता को उजागर करते हुए कहा, "सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की स्थिति है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है। किसान संकट में हैं। अब तक की जानकारी के अनुसार, 1.5 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलें जलमग्न हैं। संकट के इस समय में, केंद्र सरकार और हमारे प्रधानमंत्री लोगों के साथ खड़े हैं।" पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कई हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई, और मौसम विभाग ने कई जिलों में गरज और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। आने वाले दिनों में पंजाब में मानसून की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है, जबकि उत्तर और दक्षिण हरियाणा तथा चंडीगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।