कृष्ण जन्माष्टमी 2025: उत्सव की खुशियाँ और शुभकामनाएँ

इस वर्ष, भक्त भारत और विश्वभर में भगवान कृष्ण के जन्म का 5,252वां उत्सव मना रहे हैं। कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक भी है। भक्त उपवास रखकर, अपने घरों को सजाकर और विशेष भोग तैयार करके इस दिन को मनाते हैं। मथुरा और वृंदावन जैसे तीर्थ स्थलों पर इस पर्व का भव्य उत्सव देखने को मिलता है। जानें इस विशेष दिन के उद्धरण और परिवार के लिए शुभकामनाएँ।
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कृष्ण जन्माष्टमी 2025: उत्सव की खुशियाँ और शुभकामनाएँ

कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव

भारत और विश्वभर में भक्त इस वर्ष भगवान कृष्ण के जन्म के 5,252वें अवसर पर कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मना रहे हैं। यह पर्व भगवान विष्णु के एक अवतार के जन्म का उत्सव है, जिसमें कृष्ण के जन्म को विभिन्न रूपों में मनाया जाता है, जो पारंपरिक से लेकर व्यावसायिक तक फैला हुआ है।


ड्रिक पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अगस्त को देर रात थी और यह 16 अगस्त को समाप्त होगी। भगवान कृष्ण के जन्म के समय, मध्यरात्रि में निशिता काल पूजा का सर्वोत्तम समय है। मथुरा और वृंदावन के मंदिरों में इस पर्व का उत्सव भव्य रूप से मनाया जाता है, जो कृष्ण के 'गृह' के रूप में जाने जाते हैं और यहाँ लाखों श्रद्धालु आते हैं।


इस उत्सव का सार समर्पण, आनंद और अच्छाई की बुराई पर विजय का जश्न है। देशभर में लोग उपवास रख रहे हैं, अपने घरों को सजाने में लगे हैं और विशेष 'छप्पन भोग' तैयार कर रहे हैं। दिल्ली के एक भरे मंदिर में एक भक्त ने कहा, 'जन्माष्टमी हमें याद दिलाती है कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय प्राप्त करेगी।' जन्माष्टमी की भावना महाराष्ट्र और गुजरात में 'दही हांडी' उत्सवों में भी देखने को मिलती है, जहाँ 'गोविंदास' या स्वयंसेवक मानव पिरामिड बनाकर दही से भरी मिट्टी की हांडी तोड़ते हैं, जिससे कृष्ण के चंचल बचपन की याद ताजा होती है।


कृष्ण जन्माष्टमी 2025 के उद्धरण

1. 'छोटे कृष्ण की शरारती मुस्कान आपके दुखों को दूर करे और आपके घर में हंसी लाए।'


2. 'जब आपका दिल वृंदावन बन जाएगा, तो कृष्ण उसमें हमेशा नृत्य करेंगे।'


3. 'वह मक्खन चुराते हैं, वह दिल चुराते हैं - जय श्री कृष्ण!'


4. 'राधा की तरह प्रेम करना और कृष्ण की तरह मार्गदर्शन करना जीवन की सच्ची सार्थकता को समझना है।'


5. 'उनके मुकुट पर मोर के पंख की याद दिलाता है कि सुंदरता विनम्रता में है, और सरलता मेंGrace है।'


परिवार के लिए जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ

1. 'इस जन्माष्टमी आपके घर में खुशी का गोकुल हो।'


2. 'कृष्ण का आशीर्वाद रत्नों की तरह है - आपकी परिवार को यह भरपूर मिले। जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!'


3. 'जैसे कृष्ण खुशी से नृत्य करते हैं, वैसे ही आपका परिवार प्रेम में एक साथ जश्न मनाए। जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!'


4. 'भगवान कृष्ण आपके परिवार की रक्षा करें जैसे उन्होंने गोकुल को हर तूफान से बचाया। जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!'


5. 'आज हर पारिवारिक अनुष्ठान में कान्हा की दिव्य उपस्थिति का जश्न मनाएं। जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!'