कृषि मंत्री ने पशुपालन के महत्व पर जोर दिया

पशुपालन का महत्व
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि पशुपालन खेती के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के 11वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में यह बात कही। चौहान ने उपाधिधारकों को संबोधित करते हुए कहा, "पशुपालन के बिना खेती लाभकारी नहीं हो सकती, इसलिए यह आज भी महत्वपूर्ण है और आगे भी इस दिशा में और प्रयास करने की आवश्यकता है।"
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विकास
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक शक्तिशाली और विकसित भारत का महाअभियान चल रहा है, जिसमें पशुपालन की महत्वपूर्ण भूमिका है। चौहान ने विद्यार्थियों को 'भांजे-भांजियों' के संबोधन से संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू में ज्ञान, भक्ति और कर्म का अद्भुत संगम है।
उपाधि का महत्व
चौहान ने उपाधिधारकों को याद दिलाया कि यह समारोह केवल डिग्री प्राप्त करने का अवसर नहीं है, बल्कि इसके साथ एक नया उत्तरदायित्व भी आता है। उन्होंने कहा, "आपकी यह उपाधि देश की सेवा के लिए है।"
अनुसंधान का उद्देश्य
उन्होंने उपाधिधारकों से कहा कि उनका अनुसंधान केवल कागज पर लिखने के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका लाभ किसानों और पशुपालकों को मिलना चाहिए। चौहान ने कहा, "आप नए उत्तरदायित्व के साथ आगे बढ़ें। समाज ने आपको ज्ञान दिया है, इसलिए उसका 'रिटर्न' देने का प्रयास करें।"