कृषि मंत्री की अपील: किसानों के मुद्दों पर चर्चा का समय
संसद के मानसून सत्र में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के मुद्दों पर चर्चा की अपील की। उन्होंने विपक्ष के हंगामे के बीच सांसदों से अपनी सीटों पर लौटने का आग्रह किया, ताकि किसानों से जुड़े प्रश्नों पर चर्चा हो सके। चौहान ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे चर्चा से भाग रहे हैं और किसानों के कल्याण से संबंधित प्रश्नों को उठाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। जानें इस महत्वपूर्ण सत्र में क्या हुआ और चौहान ने क्या कहा।
Jul 23, 2025, 13:55 IST
|

संसद में किसानों के मुद्दों पर चर्चा की अपील
संसद का मानसून सत्र शुरू होते ही कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दलों के विरोध के बीच सांसदों से अपनी सीटों पर लौटने की विनम्र अपील की। उनका उद्देश्य यह था कि सदन में निर्धारित प्रश्नकाल के दौरान किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो सके। जैसे ही लोकसभा में प्रश्नकाल की शुरुआत हुई, विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। जब चौहान सवालों के जवाब देने के लिए खड़े हुए, तो विपक्षी सदस्य तख्तियाँ लेकर विरोध करने लगे। इस पर चौहान ने हाथ जोड़कर उनसे निवेदन किया कि आज किसानों का दिन है।
चौहान ने कहा कि इंडिया ब्लॉक अब 'हल्लाड़' ब्लॉक बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद के बाहर विपक्ष चर्चा की बात करता है, लेकिन सदन में बहस से भागता है। उन्होंने कल भी विपक्ष से चर्चा की अनुमति देने की अपील की थी, लेकिन वे हंगामा करते रहे। उन्होंने बताया कि सदन में किसानों के कल्याण से संबंधित कई प्रश्न सूचीबद्ध थे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इंडिया ब्लॉक के इस दोहरे मापदंड को समझें।
मंत्री ने विपक्ष से आग्रह किया कि प्रश्नकाल को चलने दिया जाए और किसानों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि माननीय अध्यक्ष महोदय, मेरा विनम्र अनुरोध है कि आज सूचीबद्ध 20 प्रश्नों में से 11 प्रश्न किसानों, गरीबों और ग्रामीणों से संबंधित हैं। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे इन महत्वपूर्ण प्रश्नों को उठाने दें। हम इनके उत्तर देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
चौहान ने आगे कहा, "हम इस अवसर का उपयोग सदन और देश को किसानों के लिए सरकार की योजनाओं से अवगत कराने के लिए भी करना चाहते हैं। आज का दिन किसानों को समर्पित होना चाहिए। आइए हम कृषि, किसानों, गाँवों और गरीबों पर चर्चा करें। यह मेरा विनम्र अनुरोध है।"