कुशीनगर में महिलाओं को नग्न कर घुमाने की घटना, पुलिस ने शुरू की जांच
कुशीनगर में महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना

कुशीनगर में एक गंभीर घटना में तीन महिलाओं को नग्न अवस्था में गांव में घुमाया गया। ये महिलाएं उस युवक की मां और चाचियाँ हैं, जिस पर एक शादीशुदा महिला को भगा ले जाने का आरोप है। इन महिलाओं को बुरी तरह से पीटा गया।
यह घटना 2 जनवरी को हुई। महिलाओं का कहना है कि इस दौरान गोरखपुर के गुलरिहा थाने के एक पुलिसकर्मी भी आरोपियों के साथ मौजूद था और उसने भी उनकी पिटाई की। दोनों समुदायों के बीच तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यह मामला नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। एक दलित परिवार की लड़की की शादी गोरखपुर के गुलरिहा थाना क्षेत्र में हुई थी। 31 दिसंबर को महिला अचानक गायब हो गई। उसके ससुराल वालों ने गुलरिहा थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने महिला के मायके वालों से पूछताछ की, जिन्होंने एक अल्पसंख्यक परिवार के युवक पर आरोप लगाया कि उसने उनकी बेटी को भगा लिया। इसके बाद मायके वाले युवक के घर पहुंचे, लेकिन घर पर कोई पुरुष न होने के कारण महिलाओं ने बाहर आने से मना कर दिया।
महिलाओं का आरोप है कि इसके बाद युवक के परिवार के लोग जबरन घर में घुस आए और युवक की 60 वर्षीय मां और 40-40 वर्षीय चाचियों को बाहर खींच लाए। इसके बाद उनके कपड़े फाड़ दिए गए और उन्हें नग्न कर गांव में घुमाया गया। इस दौरान महिलाओं को पीटा गया और उनके कपड़ों को आग के हवाले कर दिया गया।
महिलाओं ने यह भी कहा कि आरोपियों ने उनका अश्लील वीडियो भी बनाया। घटना के बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में इलाज कराया गया। अब वे तीनों महिलाएं अत्यधिक शर्मिंदगी महसूस कर रही हैं।
घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, लेकिन सभी आरोपी फरार हो गए हैं। पुलिस ने पीड़ित महिलाओं के बयान दर्ज किए हैं और दोनों पक्षों के खिलाफ मारपीट और बलवा का मामला दर्ज किया है।
पीड़िताओं का कहना है कि गोरखपुर पुलिस ने भी आरोपियों का साथ दिया। SHO हर्षवर्धन सिंह ने कहा कि नग्न कर घुमाने के आरोपों के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। मुस्लिम युवक पर दलित लड़की को भगाने का आरोप है और इस संबंध में गुलरिहा थाने में मामला दर्ज है।