कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो भारतीय सैनिक शहीद

कुलगाम में मुठभेड़ का विवरण
कुलगाम जिले के अखल वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ एक लंबे समय से चल रही मुठभेड़ में दो भारतीय सेना के जवानों ने अपनी जान गंवा दी। यह मुठभेड़ अब नौवें दिन में प्रवेश कर चुकी है, जो घाटी में सबसे लंबे आतंकवाद विरोधी अभियानों में से एक है। इस ऑपरेशन के दौरान दो अन्य सैनिक भी घायल हुए हैं, जबकि शुरू से लेकर अब तक ग्यारह सुरक्षा कर्मी घायल हो चुके हैं।
सैनिकों की शहादत
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रात के समय मुठभेड़ फिर से शुरू हुई, जिसमें चार सैनिक घायल हुए। दुखद रूप से, इनमें से दो सैनिक—कांस्टेबल हरमिंदर सिंह और लांस नायक प्रीतपाल सिंह, जो 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के साथ सेवा दे रहे थे—अपनी चोटों के कारण शहीद हो गए। इस हानि का गहरा असर सेना और अन्य बलों में महसूस किया गया है।
सेना की श्रद्धांजलि
भारतीय सेना के चिनार कोर ने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "चिनार कोर देश की सेवा में शहीद हुए बहादुरों, लांस नायक प्रीतपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह की सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित करता है। उनकी साहस और समर्पण हमें हमेशा प्रेरित करेगा।" सेना ने इस कठिन समय में शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
लंबी मुठभेड़ का इतिहास
यह चल रहा ऑपरेशन कश्मीर घाटी के हालिया आतंकवाद के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाले अभियानों में से एक है। प्रारंभिक मुठभेड़ में एक आतंकवादी की मौत और पहले रात में चार सैनिकों के घायल होने की सूचना मिली थी। अधिकारियों ने बताया कि घने वन क्षेत्र के कारण यह ऑपरेशन लंबे समय तक चल सकता है, क्योंकि सुरक्षा बल अन्य बचे हुए आतंकवादियों को निष्क्रिय करने के लिए मेहनत कर रहे हैं।
आतंकवादियों का सफाया
सुरक्षा बलों ने 1 अगस्त को अखल के वन क्षेत्र में एक तलाशी और घेराबंदी अभियान के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराया।