कुंडली में शुभ योग: संघर्ष से सफलता की ओर

इस लेख में हम कुंडली में शुभ योगों के बारे में चर्चा करेंगे, जो संघर्ष के बाद सफलता की ओर ले जाते हैं। जानें कैसे विपरीत राजयोग, श्रापित योग और विष दोष व्यक्ति की पर्सनालिटी को निखारते हैं। ये योग न केवल कठिनाइयों का सामना करने के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि असाधारण ऊंचाइयों तक पहुंचने का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।
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कुंडली में शुभ योग और संघर्ष

हम अक्सर देखते हैं कि जो लोग आज की दुनिया में सफल हैं, उनका अतीत संघर्ष, अपमान और कठिनाइयों से भरा होता है। ये लोग लंबे समय तक कठिनाइयों का सामना करने के बाद सफलता का अनुभव करते हैं। इस संघर्ष के दौरान, उनकी पर्सनालिटी में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं, जो उन्हें न केवल सफल बनाते हैं बल्कि एक बेहतर इंसान भी बनाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, कई लोगों की कुंडली में ऐसे योग होते हैं जो उन्हें पहले कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर करते हैं और बाद में बड़ी सफलता दिलाते हैं। इन्हें 'संघर्ष योग' कहा जाता है। यह संघर्ष का समय इतना कठिन होता है कि कई लोग टूट जाते हैं, लेकिन जो लोग नहीं टूटते, वे अंततः असाधारण ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं।


कुंडली के शुभ योग

विपरीत राजयोग तब बनता है जब 6th, 8th या 12th भाव के स्वामी इनमें से किसी भाव में स्थित होते हैं या आपस में युति या दृष्टि डालते हैं। इस स्थिति में जीवन की शुरुआत संघर्ष से होती है, और व्यक्ति को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बार-बार गिरने की स्थिति आती है, लेकिन यही संघर्ष अप्रत्याशित रूप से धन, सफलता और उच्च पद की प्राप्ति का कारण बनता है। ऐसे लोग मुश्किल हालात में भी शांत रहते हैं और जीवन में प्रयास करते रहते हैं। इसलिए, ऐसे व्यक्तियों को देर से ही सही, लेकिन बड़ी सफलता मिलती है।


श्रापित योग (शनि + राहु)

जब कुंडली में शनि और राहु एक साथ होते हैं या एक-दूसरे पर दृष्टि डालते हैं, तो श्रापित योग का निर्माण होता है। यह योग व्यक्ति को समाज से अलग कर देता है, जिससे मानसिक तनाव और हर काम में रुकावट आती है। ऐसे लोग भीड़ में फिट नहीं हो पाते और अपने दम पर पहचान बनाते हैं। कई सेल्फ-मेड लोग इसी कारण सामान्य जीवन नहीं जी पाते, लेकिन असाधारण बन जाते हैं।


विष दोष (शनि चंद्र योग)

यह योग व्यक्ति को अंदर से बहुत संवेदनशील बना देता है। ऐसे लोगों का बचपन अक्सर अकेलेपन में गुजरता है और वे बचपन से ही जिम्मेदारियों का बोझ उठाते हैं। उन्हें भावनात्मक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है, लेकिन इनमें गहरी सोच, धैर्य और जीवन की सच्चाई को समझने की क्षमता होती है। ये लोग शांत दिखते हैं, लेकिन अंदर से काफी मजबूत होते हैं।


संघर्ष के बाद निखरती है पर्सनालिटी

जो लोग बचपन से संघर्ष का सामना करते हैं, वे जल्दी मैच्योर हो जाते हैं। वे भ्रम में जीवन नहीं जीते। कुंडली के ये योग साधारण नहीं, बल्कि असाधारण सफलता के लिए तैयारी कर रहे होते हैं। इसलिए, यदि आपके पास ऐसे योग हैं और आपको संघर्ष करना पड़ रहा है, तो हार न मानें।