किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध मोदी

किसानों और मछुआरों के हितों की सुरक्षा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि भारत अपने किसानों, मछुआरों और डेयरी क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह किसी भी कीमत का भुगतान करने के लिए तैयार हैं।
मोदी ने कहा, 'किसानों का हित हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। भारत कभी भी किसानों, मछुआरों और डेयरी क्षेत्र से जुड़े लोगों के हितों से समझौता नहीं करेगा। मुझे व्यक्तिगत रूप से इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है, और मैं इसके लिए तैयार हूं।'
यह बयान प्रधानमंत्री ने प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन की जन्मशती के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक सम्मेलन में दिया। उनकी यह टिप्पणी उस समय आई है जब अमेरिका ने भारतीय कृषि उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने की घोषणा की है।
इस अवसर पर मोदी ने स्वामीनाथन के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किए। स्वामीनाथन, जो एक प्रसिद्ध आनुवंशिकीविद् और कृषि वैज्ञानिक थे, ने 1960 के दशक में उच्च उपज वाली गेहूं की किस्मों और आधुनिक कृषि तकनीकों को पेश करके भारतीय कृषि में क्रांति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्हें भारत में 'हरित क्रांति का जनक' माना जाता है। उनके कार्यों ने खाद्य उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि की और किसानों के बीच गरीबी को कम किया। स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त, 1925 को तमिलनाडु के कुंभकोणम में हुआ था और उनका निधन 28 सितंबर, 2023 को 98 वर्ष की आयु में चेन्नई में हुआ।