किसानों के लिए नई योजनाओं की घोषणा: पीएम मोदी 11 अक्टूबर को करेंगे लॉन्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को दिल्ली में किसानों के लिए दो नई योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इनमें ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और कृषि को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके साथ ही, सरकार किसानों को मुफ्त बीज किट्स और सब्सिडी भी प्रदान करेगी। जानें इन योजनाओं के बारे में और कैसे ये किसानों के जीवन को बदलने में मदद करेंगी।
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किसानों के लिए नई योजनाओं की घोषणा: पीएम मोदी 11 अक्टूबर को करेंगे लॉन्च

किसानों की 21वीं किस्त का इंतजार

देशभर के लाखों किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अच्छी खबर यह है कि पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के किसानों के खातों में सरकार ने पहले ही राशि ट्रांसफर कर दी है। इन राज्यों में हाल ही में बारिश और बाढ़ ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया था, इसलिए सरकार ने इन्हें प्राथमिकता दी। अन्य राज्यों के किसानों को भी जल्द ही 21वीं किस्त का पैसा मिलने वाला है।


किसानों के लिए डबल सरप्राइज

केंद्र सरकार किसानों के लिए दो नई और महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा करने जा रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के पूसा में ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ का शुभारंभ करेंगे। ये योजनाएं किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण साबित होंगी।


कृषि से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ

इस अवसर पर पीएम मोदी न केवल इन योजनाओं का उद्घाटन करेंगे, बल्कि कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का भी शुभारंभ करेंगे। कृषि मंत्री ने बताया कि ये कदम किसानों की उत्पादकता बढ़ाने और देश को खाद्यान्न व दालों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन में 40% की वृद्धि हुई है। आज भारत गेहूं और चावल में आत्मनिर्भर है और 4.39 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कृषि निर्यात कर रहा है।


दलहन मिशन से दाल उत्पादन में क्रांति

शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि देश में वर्तमान में 242 लाख टन दालों का उत्पादन होता है, जिसे बढ़ाकर 350 लाख टन करने का लक्ष्य है। इसके लिए अधिक उपज देने वाली और कीट-मौसम प्रतिरोधी नई बीज किस्में विकसित की जाएंगी। इससे न केवल दालों का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों को बेहतर दाम भी मिलेंगे।


मुफ्त बीज किट्स और सब्सिडी का तोहफा

किसानों को बेहतर बीज उपलब्ध कराने के लिए सरकार 126 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटेगी, जिनमें से 88 लाख बीज किट्स मुफ्त होंगी। इसके अलावा, दाल उत्पादन वाले क्षेत्रों में 1,000 प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित की जाएंगी, जिन पर 25 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। इससे किसानों को अपनी फसल का अधिक लाभ मिलेगा।


धन-धान्य कृषि योजना से बढ़ेगी उत्पादकता

‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ के तहत देश के 100 कम उत्पादकता वाले जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन जिलों में सिंचाई, भंडारण, ऋण सुविधाओं और फसल विविधिकरण पर काम किया जाएगा। इसका उद्देश्य इन क्षेत्रों में किसानों की आय को बढ़ाना है।


‘एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम’ का सपना

कृषि मंत्री ने कहा कि सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर ‘एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम’ के तहत यह मिशन चलाया जाएगा। नीति आयोग एक डैशबोर्ड के माध्यम से इन योजनाओं की निगरानी करेगा, ताकि हर कदम पारदर्शी रहे और किसानों को इसका पूरा लाभ मिल सके।