किसानों के लिए PM Kisan योजना में महत्वपूर्ण बदलाव, बजट पर सबकी नजरें

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसानों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीदें बढ़ रही हैं। 1 फरवरी, 2026 को पेश होने वाले केंद्रीय बजट पर सभी की नजरें हैं। क्या सालाना 6,000 रुपये की सहायता राशि में वृद्धि होगी? जानें इस योजना के बारे में सभी महत्वपूर्ण अपडेट और कृषि क्षेत्र में संभावित बड़े बदलाव।
 | 
किसानों के लिए PM Kisan योजना में महत्वपूर्ण बदलाव, बजट पर सबकी नजरें

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का नया अपडेट

किसानों के लिए PM Kisan योजना में महत्वपूर्ण बदलाव, बजट पर सबकी नजरें

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

PM Kisan Samman Nidhi Update: देश के लाखों किसानों के लिए आने वाला समय बेहद महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जो छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है, को लेकर नई उम्मीदें जागृत हुई हैं। किसान अपनी 22वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, जबकि सभी की नजरें 1 फरवरी, 2026 को पेश होने वाले केंद्रीय बजट पर हैं।

बजट में संभावित बड़े बदलाव

केंद्र सरकार जिस तरह से इस योजना के लिए फंड में वृद्धि कर रही है, यह दर्शाता है कि कृषि क्षेत्र उसकी प्राथमिकता में है। मौजूदा वित्त वर्ष (2024-25) के लिए सरकार ने प्रारंभ में 60,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया था, लेकिन किसानों की आवश्यकताओं को देखते हुए इसे बढ़ाकर 63,500 करोड़ रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि दर्शाती है कि लाभार्थियों की संख्या बढ़ रही है और सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी पात्र किसान सहायता से वंचित न रहे। पिछले दो वर्षों में बजट में लगभग 2,000 करोड़ रुपये की वृद्धि, सरकार की मंशा को स्पष्ट करती है।

सम्मान निधि में वृद्धि की संभावना

एक बड़ा सवाल जो हर किसान के मन में है, वह यह है कि क्या सालाना मिलने वाली 6,000 रुपये की सहायता राशि में वृद्धि होगी? महंगाई और खेती की लागत में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए, लंबे समय से यह मांग की जा रही है कि सम्मान निधि की राशि बढ़ाई जाए। वर्तमान में, यह राशि तीन किस्तों में सीधे बैंक खातों में भेजी जाती है, जिससे खाद और बीज खरीदने में तुरंत राहत मिलती है। बिचौलियों के बिना सीधे खाते में पैसा आना इस योजना की सबसे बड़ी ताकत है। अब उम्मीद की जा रही है कि आगामी बजट में सरकार इस राशि को बढ़ाने का ऐतिहासिक निर्णय ले सकती है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।

1 फरवरी पर सबकी नजरें

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जब 1 फरवरी, 2026 को बजट पेश करेंगी, तो कृषि मंत्रालय के प्रस्तावों पर पूरे देश की निगाहें होंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी चुनावों और किसानों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए, इस बजट में कृषि क्षेत्र के लिए एक बड़ा तोहफा हो सकता है। योजना की शुरुआत (2019) से अब तक, सरकार ने फंड वितरण में पारदर्शिता बनाए रखी है और वित्त वर्ष 2023-24 में ही 61,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए।

ये भी पढ़ें- PM Kisan Yojana: किसानों को मिल सकता है बड़ा तोहफा! 6,000 से बढ़कर 9,000 रुपये होगी सम्मान निधि? जानिए क्या है तैयारी