किसानों की सेवा को भगवान की सेवा मानते हैं केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश के देवरिया में किसानों की सेवा को भगवान की सेवा बताया। उन्होंने किसानों को अच्छे बीजों का उपयोग करने की सलाह दी और प्राकृतिक खेती के महत्व पर जोर दिया। चौहान ने किसानों के साथ संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को समझने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने केंद्र की किसान-केंद्रित नीतियों के तहत गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की जानकारी भी साझा की। इस कार्यक्रम में कई अन्य मंत्री और सांसद भी उपस्थित थे।
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किसानों की सेवा को भगवान की सेवा मानते हैं केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान

किसानों के प्रति समर्पण

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक कार्यक्रम में कहा कि किसानों की सेवा करना वास्तव में भगवान की सेवा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनका उद्देश्य हर किसान की आय को दोगुना करना है। उनका सपना है एक गौरवशाली और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण, जिसमें भारतीय किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।


अच्छे बीजों का महत्व

देवरिया जिले के पथरदेवा में आचार्य नरेंद्र देव इंटर कॉलेज में आयोजित जनसभा में चौहान ने किसानों को अच्छे बीजों का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग खराब बीज बेचते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


प्राकृतिक खेती का महत्व

चौहान ने प्राकृतिक खेती को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि भूमि और मिट्टी को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सके। इसके लिए उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से बचना आवश्यक है।


समारोह में भागीदारी

इससे पहले, केंद्रीय मंत्री ने भारतीय जनसंघ के नेता दिवंगत रवींद्र किशोर शाही की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने मेले में विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया और किसानों तथा विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। कई योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।


किसानों के बीच संवाद

चौहान ने बाद में गोरखपुर में डुमरी खुर्द गांव का दौरा किया, जहां उन्होंने किसानों के साथ चौपाल लगाई। मंच पर बैठने के बजाय, वे किसानों के बीच पारंपरिक खाट पर बैठ गए, यह कहते हुए कि इससे उनकी समस्याओं को बेहतर समझने में मदद मिलती है।


किसान-केंद्रित नीतियों पर जोर

उन्होंने यह भी बताया कि जब लोग और मंत्री मिलकर काम करते हैं, तो चुनौतियों का समाधान जल्दी किया जा सकता है। केंद्र की किसान-केंद्रित नीतियों पर ध्यान देते हुए, उन्होंने कहा कि गेहूं के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पिछले वर्ष की तुलना में 160 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है।