किसान के बेटे परमेश्वर चौधरी ने RAS 2023 में तीसरी रैंक हासिल की

परमेश्वर चौधरी, जो एक किसान परिवार से हैं, ने RAS 2023 में तीसरी रैंक हासिल की है। वर्तमान में वह सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और अब SDM बनने जा रहे हैं। उनकी सफलता की कहानी प्रेरणादायक है, जिसमें उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया। जानें कैसे उनके शिक्षक ने उन्हें प्रेरित किया और कैसे उन्होंने तानों का सामना करते हुए अपनी मेहनत जारी रखी।
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किसान के बेटे परमेश्वर चौधरी ने RAS 2023 में तीसरी रैंक हासिल की

RAS 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी

किसान के बेटे परमेश्वर चौधरी ने RAS 2023 में तीसरी रैंक हासिल की

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने बुधवार को राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। इस परीक्षा में कुल 972 अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की है। सीकर के परमेश्वर चौधरी ने इस परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल की है। वह वर्तमान में राजस्थान पुलिस में सब इंस्पेक्टर (SI) के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह लैब असिस्टेंट के रूप में भी चयनित हो चुके हैं। अब वह SDM बनने जा रहे हैं, लेकिन उनका यह सफर कई चुनौतियों से भरा रहा है।

आइए जानते हैं कि परमेश्वर चौधरी की सफलता की कहानी क्या है, जिन्होंने RAS 2023 में तीसरी रैंक प्राप्त की।


परिवार की प्रेरणा और शिक्षा का महत्व

पिता किसान, 12वीं में शिक्षक ने राह दिखाई

परमेश्वर चौधरी एक साधारण किसान परिवार से हैं। उनके पिता हरिराम चौधरी एक किसान हैं और मां गृहिणी हैं। वह अपने परिवार में पहले प्रशासनिक अधिकारी हैं। परमेश्वर ने बताया कि उनके शिक्षक ने 12वीं कक्षा में उन्हें सिविल सेवा में जाने के लिए प्रेरित किया। अपनी सफलता का श्रेय वह अपने माता-पिता, परिवार और शिक्षकों को देते हैं।


नागौर पुलिस लाइन में कार्यरत

नागौर पुलिस लाइन में कार्यरत हैं परमेश्वर चौधरी

परमेश्वर चौधरी वर्तमान में नागौर पुलिस लाइन में कार्यरत हैं। उन्होंने 2021 में सब इंस्पेक्टर के पद के लिए चयनित हुए थे और 2017 में लैब असिस्टेंट के रूप में भी उनका चयन हुआ था।


सफलता के पीछे की चुनौतियाँ

SI भर्ती परीक्षा धांधली और तानों का सफर

हालांकि परमेश्वर चौधरी ने SI भर्ती परीक्षा में सफलता प्राप्त की, लेकिन इसके बाद उन्हें कई तानों का सामना करना पड़ा। SI भर्ती परीक्षा 2021 में धांधली के आरोपों के चलते विवादों में रही है। इस कारण कई लोगों ने उनकी प्रतिभा पर सवाल उठाए। परमेश्वर ने बताया कि यह सब सहना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी। अब RAS में सफलता से उनका सम्मान वापस लौटा है।