किश्तवाड़ में बादल फटने से 60 लोगों की मौत, 70 लापता

किश्तवाड़ में हाल ही में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 60 लोगों की जान चली गई है और 70 लोग लापता हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का दौरा किया और प्रधानमंत्री मोदी से सहायता का आश्वासन प्राप्त किया। बचाव कार्य जारी है, जिसमें सेना और अन्य एजेंसियां शामिल हैं। जानें इस आपदा के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
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किश्तवाड़ में बादल फटने से 60 लोगों की मौत, 70 लापता

किश्तवाड़ में आपदा का मंजर

जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार शाम किश्तवाड़ पहुंचकर शनिवार को चसोती गांव का दौरा करने की योजना बनाई है, ताकि क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।


गुरुवार को किश्तवाड़ के एक दूरदराज के पहाड़ी गांव में अचानक बादल फटने से आई बाढ़ में कम से कम 60 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो सीआईएसएफ कर्मी भी शामिल हैं। इस आपदा में कई लोग फंस गए थे। बचाव दल ने निरंतर प्रयास करते हुए मलबे में से 167 लोगों को सुरक्षित निकाला। अधिकारियों के अनुसार, 38 लोग अभी भी गंभीर स्थिति में हैं।


किश्तवाड़ में आई बाढ़ पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, "लगभग 60 शव मिल चुके हैं। लापता लोगों की संख्या का आकलन किया जा रहा है। जब बचाव और राहत कार्य समाप्त होगा, तो हम यह जांच करेंगे कि क्या प्रशासन ने कोई पूर्ववर्ती कदम उठाए थे, जब मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी और लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी थी। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन द्वारा बचाव कार्य जारी है। विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी मौके पर मदद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री ने मुझसे बात की और हमें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।"