किडनी स्वास्थ्य के संकेत: त्वचा में बदलावों पर ध्यान दें
किडनी का महत्व
किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका मुख्य कार्य अपशिष्ट और तरल पदार्थों को यूरीन के माध्यम से बाहर निकालना है। यह शरीर में साल्ट, पोटेशियम और एसिड के स्तर को संतुलित करने में भी मदद करती है। इसके अलावा, किडनी से निकलने वाले हार्मोन अन्य अंगों के सही कार्य के लिए आवश्यक होते हैं।
किडनी की खराबी के संकेत
किडनी की सेहत बनाए रखना बेहद जरूरी है, लेकिन कई बार यह खराब हो जाती है। यदि हम इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान लें, तो इसे और बिगड़ने से रोका जा सकता है। बहुत से लोग नहीं जानते कि त्वचा में होने वाले परिवर्तन भी किडनी की खराबी का संकेत हो सकते हैं।
त्वचा में रूखापन
जब हमारी त्वचा खुरदुरी, परतदार और असहज दिखने लगती है, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, यदि त्वचा में रूखापन और खुजली दोनों हैं, तो यह एडवांस किडनी रोग का संकेत हो सकता है। ऐसे में किडनी की जांच कराना आवश्यक है।
त्वचा का रंग बदलना
किडनी रक्त को फ़िल्टर करती है, लेकिन जब यह खराब होने लगती है, तो इसकी क्षमता कम हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो क्रॉनिक किडनी बीमारी का संकेत हो सकता है।
सूजन आना
पैर, हाथ, चेहरे या तलवों में सूजन आना भी किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। किडनी का कार्य शरीर से तरल पदार्थ और नमक को बाहर निकालना है। जब यह सही से नहीं कर पाती, तो तरल पदार्थ शरीर में जमा होने लगता है, जिससे सूजन होती है।
रैशेज निकल आना
किडनी का एक अन्य कार्य शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है। जब यह कार्य सही से नहीं होता, तो शरीर पर रैशेज दिखाई देने लगते हैं। यदि किसी के शरीर पर अधिक रैशेज हैं, तो यह किडनी की गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
स्किन में कैल्शियम जमा होना
किडनी शरीर में मिनरल्स जैसे सोडियम और फॉस्फेट का संतुलन बनाए रखती है। जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो त्वचा में कैल्शियम जमा होने लगता है, जिससे जोड़ों पर गांठें बन सकती हैं।
डॉक्टर से संपर्क करें
यदि आपको इनमें से कोई भी संकेत दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। जल्दी उपचार कराने से किडनी की स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सकता है।
