किडनी में पथरी के प्रमुख कारण और बचाव के उपाय

किडनी में पथरी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो खनिजों के जमाव से उत्पन्न होती है। यह दर्द और अन्य समस्याएं पैदा कर सकती है। इस लेख में, हम किडनी में पथरी के प्रमुख कारणों, जैसे कम पानी पीना और अधिक नमक का सेवन, के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही, इसके लक्षणों और रोकथाम के उपायों पर भी ध्यान देंगे, जिससे आप इस समस्या से बच सकते हैं।
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किडनी में पथरी के प्रमुख कारण और बचाव के उपाय

किडनी में पथरी: एक गंभीर समस्या

किडनी में पथरी के प्रमुख कारण और बचाव के उपाय

किडनी स्‍टोन के कारण Image Credit source: Getty Images

किडनी में पथरी का अर्थ है कि किडनी के अंदर जमा हुए खनिज एक-दूसरे से मिलकर कठोर क्रिस्टल का निर्माण करते हैं। ये क्रिस्टल प्रारंभ में छोटे होते हैं, लेकिन समय के साथ बड़े आकार की पथरी में बदल जाते हैं। जब ये टुकड़े यूरिन नली में बढ़ते हैं, तो यह तेज दर्द, पेशाब में जलन और रुकावट जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। किडनी स्टोन्स के चार मुख्य प्रकार होते हैं: कैल्शियम स्टोन, यूरिक एसिड स्टोन, स्ट्रूवाइट स्टोन और सिस्टीन स्टोन। हर प्रकार की पथरी बनने के कारण खानपान और शरीर की प्रक्रियाओं में भिन्नता होती है। यदि समय पर पहचान और उपचार नहीं किया गया, तो ये पथरी किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है और पुनः लौट सकती है।

किडनी स्टोन का सबसे सामान्य लक्षण तेज दर्द है, जो कमर, बाजू या पेट के निचले हिस्से में अचानक शुरू होता है और बढ़ता-घटता रहता है। इसके अतिरिक्त, पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब की इच्छा, पेशाब में खून, बदबूदार पेशाब, उल्टी-मतली और बेचैनी जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। रात या सुबह में दर्द अधिक तीव्र हो सकता है। यदि पथरी बड़ी हो जाती है, तो यह यूरिन नली को अवरुद्ध कर सकती है, जिससे पेशाब रुक सकता है और संक्रमण बढ़ सकता है। बुखार और ठंड लगने की स्थिति में यह संक्रमण का संकेत हो सकता है, और बिना चिकित्सकीय जांच के यह स्थिति गंभीर हो सकती है.


किडनी में पथरी बनने के तीन प्रमुख कारण

किडनी में पथरी बनने के तीन बड़े कारण क्या हैं?

सफदरजंग अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ. हिमांशु वर्मा के अनुसार, किडनी में पथरी बनने के तीन मुख्य कारण हैं: कम पानी पीना, अधिक नमक का सेवन और शरीर में कैल्शियम-ऑक्सलेट जैसे खनिजों की अधिकता। कम पानी पीने से यूरिन गाढ़ा हो जाता है, जिससे खनिजों का जमाव होता है। दूसरी ओर, अधिक नमक का सेवन शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ाता है, जिससे किडनी अधिक कैल्शियम बाहर निकालती है, और यह कैल्शियम क्रिस्टल बनने की संभावना को बढ़ाता है। तीसरा कारण यह है कि कुछ व्यक्तियों में मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया ऐसी होती है कि ऑक्सलेट या यूरिक एसिड अधिक बनता है, जो जमा होकर पथरी का रूप ले सकता है.

अन्य कारणों में पारिवारिक इतिहास, मोटापा, अत्यधिक मीठा या प्रोसेस्ड भोजन, अधिक चाय-कॉफी, अधिक चीनी, कम पोटैशियम वाली डाइट, उच्च प्रोटीन आहार, बार-बार पेशाब रोकना और कुछ दवाओं का लंबे समय तक सेवन शामिल हैं। डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और उच्च यूरिक एसिड वाले मरीजों में भी जोखिम बढ़ जाता है.


किडनी स्टोन से बचाव के उपाय

कैसे करें बचाव?

रोजाना 8 से 9 गिलास पानी पीना चाहिए।

नमक और पैकेज्ड फूड की मात्रा को कम करें।

ऑक्सलेट-समृद्ध खाद्य पदार्थों का संतुलित सेवन करें।

कैल्शियम की मात्रा को डॉक्टर की सलाह के अनुसार सही रखें।

समय पर पेशाब करें, इसे रोकें नहीं।

यदि यूरिक एसिड या शरीर में खनिजों के संतुलन में समस्या हो, तो नियमित रूप से टेस्ट कराते रहें.