
काशीपुर, उत्तराखंड में अल्ली खां क्षेत्र में बिना अनुमति के जुलूस निकालने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदर्शनकारियों ने ‘आई लव मोहम्मद’ के नारे के साथ जुलूस निकाला, जिसके बाद पुलिस के साथ झड़प और पथराव हुआ। इसके अगले दिन, पुलिस और नगर निगम ने विवादित क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाया। टीम ने अल्ली खां चौक के आसपास की दुकानों और मकानों को ध्वस्त कर दिया। हालांकि, कुछ लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण विरोध बेअसर रहा।
धारा 163 लागू
अल्ली खां मोहल्ले के प्रभावित क्षेत्रों में धारा-163 बीएनएसएस लागू कर दी गई है। एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने सोमवार शाम को आदेश जारी करते हुए चुंगी तिराहा बांसफोड़ान से किला तिराहा, करबला और विजय नगर क्षेत्र में रात्रिकालीन प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं। इस प्रतिबंध के तहत कोई भी व्यक्ति शस्त्र, लाठी, चाकू या विस्फोटक सामग्री लेकर नहीं चल सकेगा और बिना अनुमति के सभा, जुलूस या ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग पूरी तरह से वर्जित रहेगा। यह आदेश प्रतिदिन शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक प्रभावी रहेगा।
पुलिस ने एसएसआई की तहरीर पर तीन नामजद और लगभग 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मुख्य आरोपी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
1000 की भीड़, युवा उपद्रवी
सूत्रों के अनुसार, जब लगभग एक हजार लोगों की भीड़ महेशपुरा मोहल्ले के पास पहुंची, उस समय केवल 10 से 12 पुलिसकर्मी ही मौके पर मौजूद थे। पुलिस को इस स्थिति का अंदाजा नहीं था। बवाल करने वालों में अधिकांश युवा थे, जिनकी उम्र 16 से 22 वर्ष के बीच थी।
बवाल की जानकारी पुलिस के अनुसार
एसएसआई अनिल जोशी ने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि 21 सितंबर की रात उन्हें एसआई मनोज धोनी का कॉल आया कि मोहल्ला अल्ली खां में बिना अनुमति नदीम अख्तर, अनीस गांधी और दानिश चौधरी के नेतृत्व में लोग जुलूस निकाल रहे हैं। जब पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, तो वे नहीं माने। वाल्मीकि बस्ती में आरोपियों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की। पुलिस ने मास्टरमाइंड नदीम अख्तर, मो. अशद, कामरा, मोईन और दानिश अली को गिरफ्तार किया है, जबकि दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है.