काले कपड़े पहनने पर ट्रैफिक चालान: तकनीक की खामी से परेशान ड्राइवर

बेंगलुरु में एक आईटी पेशेवर केशव किसलय को काले कपड़े पहनने के कारण ट्रैफिक चालान का सामना करना पड़ा। तकनीक की खामी के चलते उन्हें यह समस्या हुई, जबकि वे हमेशा सीट बेल्ट पहनते हैं। इस घटना ने तकनीकी पहचान की सीमाओं को उजागर किया है। जानें इस मामले में क्या हुआ और कैसे केशव ने चालान को रद्द कराया।
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काले कपड़े पहनने पर ट्रैफिक चालान: तकनीक की खामी से परेशान ड्राइवर

स्पीड कैमरों की बढ़ती संख्या


आजकल सड़कों पर स्पीड मापने वाले कैमरे हर जगह देखे जा सकते हैं। तकनीक के इस विकास ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान जारी करने में मदद की है।


इस तकनीक ने ट्रैफिक पुलिस के कार्य को सरल बना दिया है और लोगों में नियमों के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई है। हालांकि, इसके साथ ही कुछ समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं। कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जहां बिना किसी नियम का उल्लंघन किए चालान काट दिए गए।


काले कपड़े पहनने पर चालान

यदि कोई ड्राइवर काले रंग की शर्ट या टी-शर्ट पहने हुए है, तो उसका चालान कट सकता है। दरअसल, सड़क पर लगे कैमरे काले कपड़ों की पहचान करने में असमर्थ होते हैं। ये कैमरे यह नहीं देख पाते कि चालक ने सीट बेल्ट पहनी है या नहीं। जबकि सड़क पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस को यह स्पष्ट हो जाता है कि चालक ने सीट बेल्ट पहन रखी है।


केशव की कहानी


बेंगलुरु में एक आईटी कंपनी में काम करने वाले केशव किसलय को इस तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा। एक दिन जब उन्होंने अपनी कार चलाई, तो ट्रैफिक पुलिस के कैमरे ने उन्हें चालान भेज दिया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहनी थी। केशव इस चालान को देखकर चकित रह गए क्योंकि वे हमेशा सीट बेल्ट पहनते हैं।


चालान का समाधान

उस दिन केशव ने काले रंग की टी-शर्ट पहनी थी, जिससे कैमरे को सीट बेल्ट की पहचान नहीं हो पाई। इस कारण उनका चालान कट गया। उन्होंने इस मामले को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उठाया। बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने उनकी शिकायत का संज्ञान लिया और ईमेल के माध्यम से जानकारी मांगी। जब केशव ने सभी विवरण भेजे, तो 5-6 दिनों के भीतर उनका चालान रद्द कर दिया गया।