कानपुर में बेटे ने पिता की हत्या कर शव को जलाया, सनसनीखेज मामला

कानपुर में हत्या का मामला

कानपुर: कानपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक युवक ने अपने पिता की संपत्ति हड़पने के लिए उनकी हत्या कर दी। आरोपी ने पहले अपने पिता का गला दबाया और फिर अपने दोस्त की मदद से शव को औरैया ले जाकर जला दिया। पहचान छिपाने के लिए उसने पेट्रोल डालकर चेहरे को जला दिया। इसके अलावा, पिता का मोबाइल अपने दोस्त को देकर बिहार से ऑन कराया ताकि अंतिम लोकेशन बिहार दिखाई दे।
पिता की पृष्ठभूमि
यह घटना कल्याणपुर कोतवाली क्षेत्र के पुराना शिवली रोड चंदेल नगर में हुई। 62 वर्षीय कमलापति तिवारी रेलवे से गार्ड के पद से रिटायर हुए थे। उनकी पत्नी मधु तिवारी अक्सर वृंदावन में रहती थीं, जबकि छोटा बेटा रामजी बेरोजगार था और नारामऊ में ससुराल में निवास करता था।
पत्नी ने की गुमशुदगी की रिपोर्ट
जब मधु तिवारी 29 मई को वृंदावन से लौटीं, तो रामजी ने बताया कि उनके पिता 15 मार्च को जयनगर गए थे और तब से उनका फोन बंद था। इसके बाद, 12 जून को मधु ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। कमलापति की आखिरी लोकेशन जयनगर की मिली, लेकिन वहां उनका कोई पता नहीं चला।
औरैया में मिली लाश
कुछ दिन पहले, औरैया पुलिस ने जानकारी दी कि 18 मार्च को एक जली हुई लाश बरामद हुई थी। जब फोटो दिखाया गया, तो पत्नी ने शव की पहचान अपने पति कमलापति तिवारी के रूप में की।
पुलिस ने कैसे खोला मामला
पुलिस को रामजी पर शक हुआ क्योंकि पिता के गायब होने के बाद वह घर पर रहने लगा था। पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उसके दोस्त ऋषभ को भी गिरफ्तार किया, जिसने हत्या और शव को ठिकाने लगाने में मदद की थी।
हत्या की योजना
डीसीपी पश्चिम के अनुसार, रामजी ने 17 मार्च को हत्या की थी। इसका कारण यह था कि पिता उसे पैसे नहीं देते थे और पत्नी के सामने डांटते थे। इसी नाराजगी में उसने हत्या की योजना बनाई। आरोपी ने फिल्म दृश्यम और टीवी शो क्राइम पेट्रोल देखकर हत्या को छिपाने के तरीके सीखे। उसने पिता के कपड़े उतारकर फेंक दिए और पहचान मिटाने के लिए पेट्रोल से चेहरा जला दिया। पूरी साजिश का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी बेटे रामजी और उसके दोस्त ऋषभ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।