कानपुर में बीबीए छात्रा पर आवारा कुत्तों का हमला, परिवार ने कार्रवाई की मांग की
कानपुर में एक बीबीए छात्रा पर आवारा कुत्तों ने भयानक हमला किया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। परिवार ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। छात्रा को सर्जरी की आवश्यकता है, और यह घटना आवारा कुत्तों की समस्या पर चल रही बहस के बीच हुई है। जानें इस घटना के बारे में अधिक जानकारी और परिवार की प्रतिक्रिया।
Aug 23, 2025, 11:38 IST
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कानपुर में छात्रा पर कुत्तों का भयानक हमला
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बीबीए छात्रा पर आवारा कुत्तों ने गंभीर हमला किया। यह घटना तब हुई जब वह कॉलेज से घर लौट रही थी। हमले में उसके चेहरे पर गंभीर चोटें आईं, जिसमें नाक और अन्य हिस्सों पर भी चोटें आईं, जिसके लिए उसे 17 टांके लगाने पड़े। पड़ोसियों ने उसकी मदद की और उसे कुत्तों के झुंड से बचाया। डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा को सर्जरी की आवश्यकता होगी। उसके परिवार ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और स्थानीय आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना 20 अगस्त को श्याम नगर में हुई, जहां आवारा कुत्तों और बंदरों के बीच झगड़ा चल रहा था। इसी दौरान, तीन आवारा कुत्तों ने अचानक छात्रा पर हमला कर दिया, जिसकी पहचान एलन हाउस रूमा कॉलेज की अंतिम वर्ष की छात्रा वैष्णवी साहू के रूप में हुई।
कुत्तों ने उसे जमीन पर खींच लिया और उसके चेहरे और शरीर को नोच डाला। उसका दाहिना गाल फट गया और उसकी नाक और अन्य हिस्सों पर भी कई काटने के निशान थे। भागने की कोशिश करने के बावजूद, कुत्तों ने उसे फिर से पकड़ लिया और सड़क पर पटक दिया।
उसकी चीखें सुनकर स्थानीय लोग लाठी-डंडे लेकर दौड़े और कुत्तों को भगाने में सफल रहे। तब तक वैष्णवी का खून काफी बह चुका था। उसके परिवार के सदस्य तुरंत पहुंचे और उसे कांशीराम अस्पताल ले गए, जहां उसका आपातकालीन उपचार किया गया। डॉक्टरों ने उसके गाल और नाक पर 17 टांके लगाए। उसके चाचा आशुतोष ने कहा, "मेरे दिवंगत भाई वीरेंद्र स्वरूप साहू की बेटी वैष्णवी कॉलेज से लौट रही थी जब यह भयानक घटना घटी।"
परिवार के सदस्यों ने बताया कि छात्रा अब न तो कुछ खा पा रही है और न ही मुँह हिला पा रही है। उन्होंने कहा, "वह न तो कुछ खा पा रही है और न ही मुँह हिला पा रही है। किसी तरह, हम उसे स्ट्रॉ के जरिए तरल पदार्थ दे रहे हैं।"
परिवार ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, "सरकार को इन कुत्तों के बारे में कुछ करना चाहिए। या तो उन्हें पकड़कर ले जाएं या फिर आश्रय गृहों में रखें। लेकिन उन्हें सड़कों से हटा दिया जाना चाहिए ताकि किसी और की बेटी या बहू को इस तरह की तकलीफ न झेलनी पड़े।"
यह घटना आवारा कुत्तों की नसबंदी और उन्हें आश्रय गृहों में स्थानांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चल रही बहस के बीच हुई है। इस फैसले पर देश भर में तीखी प्रतिक्रिया हुई है।