कानपुर में बीजेपी नेताओं के बीच विवाद: हाथापाई और जान का खतरा

कानपुर देहात में बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला के बीच एक बैठक के दौरान तीखी बहस हुई, जो हाथापाई तक पहुंच गई। अनिल शुक्ला ने जान का खतरा बताया है और देवेंद्र सिंह पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। इस घटना ने बीजेपी में अंदरूनी कलह को उजागर किया है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
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कानपुर में बीजेपी नेताओं के बीच विवाद: हाथापाई और जान का खतरा

कानपुर देहात में बीजेपी नेताओं के बीच विवाद

कानपुर में बीजेपी नेताओं के बीच विवाद: हाथापाई और जान का खतरा

अनिल शुक्ला और सांसद देवेंद्र सिंह

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला के बीच हाल ही में एक बैठक के दौरान तीखी बहस हुई। यह विवाद सार्वजनिक रूप से हुआ, जिससे यह चर्चा का विषय बन गया। अवैध खनन, फैक्ट्री की जांच और व्यक्तिगत आरोपों के कारण दोनों नेताओं के बीच हाथापाई की स्थिति उत्पन्न हो गई। अब अनिल शुक्ला ने अपनी जान को खतरा बताया है।

बैठक में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति अनिल शुक्ला और सांसद देवेंद्र सिंह भोले शामिल थे। बातचीत के दौरान दोनों के बीच विवाद बढ़ गया, जिसके चलते वहां मौजूद लोगों ने उन्हें अलग किया।

अनिल शुक्ला ने जताया जान का खतरा

अनिल शुक्ला ने आरोप लगाया है कि देवेंद्र सिंह भोले ने उनकी हत्या की साजिश की है। उन्होंने एसपी और डीएम से न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि यदि उनके या उनके परिवार के साथ कुछ होता है, तो इसके लिए देवेंद्र सिंह भोले जिम्मेदार होंगे।

बैठक में जान का खतरा था- अनिल शुक्ला

अनिल शुक्ला ने कहा कि यदि बैठक में पुलिस मौजूद नहीं होती, तो उनकी जान जा सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि देवेंद्र सिंह भोले ने अपने समर्थकों को बैठक में शामिल कर माहौल को खराब किया।

बीजेपी में अंदरूनी कलह का खुलासा

कानपुर जिले में बीजेपी के नेताओं के बीच की अंदरूनी कलह एक बार फिर से उजागर हुई है। पार्टी के तीन पूर्व नेताओं को अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।