कांग्रेस सांसद ने किरण रिजिजू पर उठाए गंभीर सवाल, संसद की कार्यवाही पर उठे विवाद

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू पर गंभीर आरोप लगाते हुए संसद की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री तथ्य छिपा रहे हैं और सदन को गुमराह किया जा रहा है। टैगोर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई। इस पर किरण रिजिजू ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
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कांग्रेस सांसद ने किरण रिजिजू पर उठाए गंभीर सवाल, संसद की कार्यवाही पर उठे विवाद

कांग्रेस सांसद का तीखा हमला

कांग्रेस सांसद ने किरण रिजिजू पर उठाए गंभीर सवाल, संसद की कार्यवाही पर उठे विवाद

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू.

कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू पर गंभीर आरोप लगाते हुए संसद की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं। टैगोर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि मंत्री तथ्य छिपा रहे हैं और सदन को गुमराह किया जा रहा है।

उन्होंने लिखा, 'मंत्री जी, आप झूठ क्यों बोल रहे हैं? संबंधित वीडियो का टाइमस्टैम्प स्पष्ट रूप से 18 दिसंबर, दोपहर 1:22 बजे का है। उस समय VBG RAM G बिल लोकसभा में पारित किया गया, जबकि सदन पूरी तरह व्यवस्थित नहीं था। इसके बाद वायु प्रदूषण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा प्रस्तावित थी, लेकिन इस पर बहस की अनुमति नहीं दी गई। यदि आप ईमानदार होते, तो लंच के बाद या 19 दिसंबर को सुबह 11 बजे प्रदूषण पर चर्चा कराई जानी चाहिए थी।'

सरकार की कार्यशैली पर सवाल

टैगोर ने कहा कि मंत्री की मंशा सही नहीं है और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। इस मामले पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन उम्मीद है कि वे कांग्रेस सांसद पर जवाब देंगे।

केंद्रीय मंत्री का पलटवार

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए संसद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने कहा, 'आप लोग जवाहरलाल नेहरू जी के नाम पर कितनी बार झूठ बोलते रहेंगे? यदि आपको संसद के नियमों की जानकारी नहीं है, तो चुप रहिए। स्पीकर ने कांग्रेस सांसदों के अनुशासनहीन व्यवहार के कारण सदन को स्थगित कर दिया था। उन्होंने केवल वंदे मातरम के लिए सदन को फिर से बुलाया।'