कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने उठाए गंभीर सवाल, पीएम मोदी से जानना चाहते हैं ये बातें

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि कैसे आतंकवादी पाकिस्तान से पहलगाम पहुंचे और 26 लोगों की हत्या की। गोगोई ने पीएम मोदी से यह भी जानना चाहा कि यदि पाकिस्तान आत्मसमर्पण करने को तैयार था, तो सरकार ने रुकने का निर्णय क्यों लिया। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाने में असफल रही है। इस चर्चा में गोगोई ने मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए आतंकी हमलों का भी जिक्र किया।
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कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने उठाए गंभीर सवाल, पीएम मोदी से जानना चाहते हैं ये बातें

ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस का सवाल

कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करते हुए कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई जानकारियाँ साझा कीं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कैसे आतंकवादी पाकिस्तान से पहलगाम पहुंचे और 26 लोगों की जान ले ली। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम राष्ट्र के हित में सवाल उठाएं। गोगोई ने यह भी पूछा कि हमें यह जानने की आवश्यकता है कि कितने लड़ाकू विमान गिराए गए हैं। यह जानकारी केवल जनता के लिए नहीं, बल्कि हमारे जवानों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिन्हें भी झूठी जानकारी दी जा रही है।




गौरव गोगोई ने कहा कि पूरा देश और विपक्ष पीएम मोदी का समर्थन कर रहे थे, लेकिन अचानक 10 मई को युद्ध विराम की घोषणा हुई। उन्होंने सवाल किया कि यदि पाकिस्तान आत्मसमर्पण करने को तैयार था, तो सरकार ने रुकने का निर्णय क्यों लिया? अमेरिकी राष्ट्रपति ने 26 बार कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्ध विराम के लिए मजबूर किया। गोगोई ने यह भी कहा कि यदि कुछ राफेल विमान गिरे हैं, तो यह एक गंभीर नुकसान है। पहलगाम हमले को 100 दिन हो चुके हैं, लेकिन सरकार आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में नहीं ला सकी है।


 


कांग्रेस सांसद ने पीएम मोदी से यह भी पूछा कि यदि पाकिस्तान वास्तव में आत्मसमर्पण करने को तैयार था, तो सरकार ने रुकने का निर्णय क्यों लिया? उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले की नैतिक जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्री को लेनी चाहिए, और केंद्र सरकार को उपराज्यपाल के पीछे छिपने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी पूछा कि पहलगाम के आतंकियों को किसने पनाह दी और उनकी जानकारी किसने दी? 100 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार के पास इन सवालों का कोई उत्तर नहीं है।


 


गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश से लौटने के बाद पहलगाम जाने के बजाय बिहार में चुनावी भाषण देने चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के दौरान भारत के नागरिकों पर कई गंभीर आतंकी हमले हुए हैं, जैसे URI, पुलवामा और पहलगाम। उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है कि उनका मकसद युद्ध नहीं था, तो हम पूछते हैं कि ऐसा क्यों नहीं होना चाहिए था? और PoK को कब लिया जाएगा?