कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले में राहत पर मल्लिकार्जुन खरगे का बयान
नेशनल हेराल्ड केस पर कांग्रेस का रुख
अभिषेक सिंघवी और मल्लिकार्जुन खरगे
अभिषेक सिंघवी ने नेशनल हेराल्ड मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह मामला 2014 से बिना किसी ठोस सबूत के चलाया जा रहा है। ईडी और सीबीआई ने कई बार स्पष्ट किया है कि इस मामले में कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। इसके बावजूद, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से घंटों पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि बिना कानूनी आधार पर खड़ा किया गया मामला अपने ही बोझ से गिर गया है।
सिंघवी ने आगे कहा कि घबराहट में एक नई FIR दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर को इस पर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। यदि यह मामला राजनीतिक रूप से गंभीर नहीं होता, तो यह केवल हास्यास्पद होता। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में केस होता है, लेकिन इस मामले में न तो पैसे का लेन-देन है और न ही कोई वित्तीय मुद्दा है।
‘एक KG क्लास का बच्चा समझ जाएगा’
सिंघवी ने कहा कि ईडी केवल चालाक है और हमें बेवकूफ समझती है। उनका मानना है कि हमने यंग इंडियन कंपनी बनाई है, जबकि खरगे जी और सोनिया जी इससे कुछ नहीं लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को एक KG क्लास का बच्चा भी समझ सकता है। अगर यह मामला नहीं होता, तो लोग इस पर हंसते।
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— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 17, 2025
गांधी परिवार को बदनाम करने की कोशिश
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस मामले की पूरी जानकारी अभिषेक सिंघवी ने दी है। उन्होंने कहा कि यह मामला राजनीतिक भावना से बनाया गया है, जिसमें कोई ठोस आधार नहीं है। 1938 में आजादी के लिए बनाई गई संस्था को जानबूझकर गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का स्वागत किया।
राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई
दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड मामले में नई FIR से संबंधित कार्यवाही पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच एक निजी शिकायत पर आधारित है, न कि किसी FIR पर। हालांकि, कोर्ट ने ED को इस मामले में आगे की जांच जारी रखने की अनुमति दी है.
