कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विवादास्पद बयान पर किरण रिजिजू की तीखी प्रतिक्रिया

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने राहुल गांधी के 'सरेंडर' बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के दौरान सरेंडर कर दिया। इस बयान ने न केवल भारतीय राजनीति में हलचल मचाई, बल्कि पाकिस्तानी मीडिया में भी सुर्खियाँ बटोरीं। रिजिजू ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष में होना देश का विरोध नहीं है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे की राजनीति।
 | 
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विवादास्पद बयान पर किरण रिजिजू की तीखी प्रतिक्रिया

कांग्रेस नेता पर निशाना

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद संघर्ष विराम की घोषणा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल गांधी के 'सरेंडर' वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी। राहुल गांधी ने मंगलवार को यह आरोप लगाया कि भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फोन के बाद मोदी ने सरेंडर कर दिया। इस टिप्पणी ने विवाद को जन्म दिया, जिसके बाद भाजपा ने उन पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया।


पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियाँ

राहुल गांधी के इस बयान ने पाकिस्तानी मीडिया में भी चर्चा का विषय बना दिया, जिसमें भारत की आतंकवाद के खिलाफ हालिया कूटनीतिक पहलों को चुनौती दी गई। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने झूठा दावा किया कि भारत ने स्वीकार कर लिया है कि उसने सरेंडर कर दिया है। कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रम्प की MAGA टोपी की एक तस्वीर साझा की, जिस पर लिखा था, "नरेंद्र सरेंडर"।


किरन रिजिजू की प्रतिक्रिया

इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए किरण रिजिजू ने कहा, "मूर्खता और विरोध की भी एक सीमा होती है! क्या कांग्रेस पार्टी में कोई नहीं है जो उन्हें बताए कि विपक्ष में होना देश का विरोध करना नहीं है?" उन्होंने पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद की प्रशंसा करते हुए एक पोस्ट को रीट्वीट किया, जिसमें आज़ाद ने राहुल गांधी की नीतियों की आलोचना की थी।