कांग्रेस नेता चिदंबरम ने एयरलाइन किराए पर नियंत्रण की मांग की

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने हाल ही में इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान के संदर्भ में एयरलाइन किराए पर नियंत्रण की मांग की है। उन्होंने नागर विमानन मंत्रालय की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक एयरलाइन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा नहीं बढ़ती, तब तक मूल्य नियंत्रण आवश्यक है। चिदंबरम ने इस मुद्दे पर सरकार की विफलता को भी उजागर किया, जिससे हजारों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
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कांग्रेस नेता चिदंबरम ने एयरलाइन किराए पर नियंत्रण की मांग की

एयरलाइन किराए पर नियंत्रण की आवश्यकता

इंडिगो की उड़ानों में हालिया व्यवधानों के चलते, सरकार ने हवाई किराए की सीमा निर्धारित की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को कहा कि नागर विमानन मंत्रालय ने अंततः जागरूकता दिखाई है। उन्होंने सुझाव दिया कि जब तक एयरलाइन क्षेत्र में एकाधिकार बना रहेगा, तब तक इस तरह की मूल्य नियंत्रण प्रणाली लागू रहनी चाहिए।


इंडिगो के परिचालन में रुकावट के कारण, हाल के दिनों में सैकड़ों उड़ानें रद्द और विलंबित हुईं, जिससे हजारों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।


पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "यह जानकर खुशी हुई कि नागर विमानन मंत्रालय ने इकोनॉमी क्लास के किराए की सीमा तय की है।" उन्होंने कहा कि जब तक एयरलाइन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा नहीं बढ़ती, तब तक इकोनॉमी क्लास में किराया सीमा लागू रहनी चाहिए।


उन्होंने आगे कहा, "कड़ी प्रतिस्पर्धा की कमी के कारण, जनहित की रक्षा का एकमात्र उपाय कीमतों पर नियंत्रण है।" इससे पहले, उन्होंने इंडिगो के संचालन में व्यवधान और देशभर के हवाई अड्डों पर उत्पन्न 'अराजक माहौल' को नागर विमानन मंत्रालय, डीजीसीए और सरकार की विफलता के रूप में देखा।


चिदंबरम ने यह भी बताया कि पायलट ड्यूटी समय से संबंधित नए नियम जनवरी 2024 में लागू किए गए थे, फिर भी पिछले 23 महीनों में सरकार एयरलाइन को नए नियमों के अनुसार संचालन में मदद करने में असफल रही। उन्होंने नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया।