कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में खामियों का लगाया आरोप

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में कई खामियों का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पीएम 2.5 पर ध्यान न देकर पीएम 10 पर फोकस किया गया है, जिससे हजारों लोगों की जान को खतरा है। रमेश ने यह भी बताया कि 130 शहरों में से अधिकांश ने आवंटित धन का पूरा उपयोग नहीं किया है, जिसमें दिल्ली का आंकड़ा भी चिंताजनक है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
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कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में खामियों का लगाया आरोप

कांग्रेस महासचिव का बयान

कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में कई समस्याओं का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि विभिन्न शहरों में इस कार्यक्रम के तहत आवंटित धन का पूरा उपयोग नहीं किया गया है।


पूर्व पर्यावरण मंत्री रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि यह कार्यक्रम कई नीतिगत खामियों से ग्रसित है। उन्होंने बताया कि इसकी सबसे बड़ी कमी यह है कि यह पीएम 2.5 (2.5 माइक्रोन से छोटे कण) के बजाय पीएम 10 (10 माइक्रोन से छोटे कण) पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जबकि हर साल हजारों लोगों की मौत का मुख्य कारण पीएम 2.5 है।


उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम के दायरे को सीमित करने के बावजूद धन का उपयोग बेहद निराशाजनक रहा है। रमेश के अनुसार, इस योजना के तहत धन प्राप्त करने वाले 130 शहरों ने औसतन केवल 70 से 78.5 प्रतिशत धन का ही उपयोग किया है।


दिल्ली जैसे शहर में, जहां हर साल वायु प्रदूषण एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन जाता है, वहां भी इस योजना के तहत मिले धन का महज 33 प्रतिशत से कम खर्च किया गया है।


कांग्रेस महासचिव ने यह भी बताया कि फरीदाबाद ने केवल 26.7 प्रतिशत, नोएडा ने 10 प्रतिशत से भी कम, और प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी ने भी केवल 48.85 प्रतिशत धन का उपयोग किया है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी कम है।