कांग्रेस ने पीएम मोदी से सुरक्षा और विदेश नीति पर चर्चा की मांग की
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा और विदेश नीति पर चर्चा करने की मांग की है। सांसद जयराम रमेश ने चार महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं, जिसमें सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता, सुरक्षा समीक्षा समिति की आवश्यकता, और आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाने की बात शामिल है। जानें कांग्रेस के सवाल और उनकी चिंताएं क्या हैं।
Jun 11, 2025, 12:56 IST
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कांग्रेस की सुरक्षा और विदेश नीति पर सवाल
कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया कि क्या वह विदेश यात्रा पर गए सात संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मिलने के बाद पहलगाम हमले के संदर्भ में संसद के मानसून सत्र में सुरक्षा और विदेश नीति पर विस्तृत चर्चा करने के लिए सहमत होंगे। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि यह स्वाभाविक था कि प्रधानमंत्री उन सभी 50 सांसदों से मिलें, जो 32 देशों में गए इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे। हालांकि, उन्होंने चार महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए। पहला सवाल यह था कि प्रधानमंत्री कब सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे और नेताओं से कब मिलेंगे?
कांग्रेस के सवालों की श्रृंखला
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जो आंतरिक और बाहरी सुरक्षा चुनौतियां सामने आई हैं, उन पर सांसदों से बात करने के बजाय नेताओं से चर्चा करके उन्हें विश्वास में लेना चाहिए। दूसरा सवाल यह था कि क्या कारगिल युद्ध के बाद की तरह कोई समीक्षा समिति बनाई जाएगी, खासकर सिंगापुर में सीडीएस के खुलासे के बाद? क्या इस पर कोई रिपोर्ट तैयार की जाएगी और इसे संसद में पेश किया जाएगा?
आंतरिक और बाहरी सुरक्षा पर चर्चा की आवश्यकता
तीसरे सवाल में रमेश ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मानसून सत्र के दौरान आंतरिक और बाहरी सुरक्षा चुनौतियों, चीन, पाकिस्तान, और नई उभरती प्रौद्योगिकियों पर दो दिवसीय चर्चा की अनुमति देंगे। उन्होंने चौथा सवाल उठाते हुए कहा कि पहलगाम के आतंकवादी, जो इस क्रूर हमले के पीछे थे, अभी भी आज़ाद हैं। उन्हें न्याय के कटघरे में कब लाया जाएगा? ये आतंकवादी 23 दिसंबर को पुंछ हमले और 24 अक्टूबर को गगनगीर और गुलमर्ग में शामिल थे। इन घटनाओं की रिपोर्टों का खंडन नहीं किया गया है।