कांग्रेस ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर उठाए सवाल, विदाई समारोह की मांग

कांग्रेस ने जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए उनके सम्मान में विदाई समारोह की मांग की है। स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे की बात सामने आई है, लेकिन सरकार ने इस पर चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस का आरोप है कि धनखड़ को न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को हटाने के लिए मजबूर किया गया। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे की वजहें और चर्चाएँ।
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कांग्रेस ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर उठाए सवाल, विदाई समारोह की मांग

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस पार्टी ने जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित करने की मांग की है। यह मांग तब उठाई गई है जब धनखड़ के इस्तीफे को स्वास्थ्य कारणों से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, केंद्र सरकार ने इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


सूत्रों के अनुसार, बुधवार शाम को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस मांग को उठाया। लेकिन सरकार ने इस पर चुप्पी साध रखी है, और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा तथा किरण रिजिजू ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। रमेश की मांग का समर्थन किसी अन्य विपक्षी नेता ने नहीं किया। कांग्रेस धनखड़ के तीन साल के कार्यकाल के लिए 'सम्मानजनक विदाई' की मांग कर रही है।


विपक्षी दल धनखड़ के इस्तीफे को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को हटाने के लिए विपक्षी सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस स्वीकार करने के बाद धनखड़ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। वर्मा के आवास से कुछ महीने पहले जली हुई नोटों की गड्डियाँ बरामद हुई थीं। यह मांग उस समय उठाई गई है जब गुरुवार को राज्यसभा अपने छह सदस्यों को विदाई दे रही है।


जगदीप धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया। उनका कार्यकाल 10 अगस्त, 2027 को समाप्त होना था। उनके इस्तीफे के पीछे कई अटकलें हैं, जिनमें दो न्यायाधीशों को हटाने के प्रस्तावित प्रस्ताव को लेकर उनके और सरकार के बीच मतभेद का भी जिक्र किया जा रहा है।