कांग्रेस ने चुनावी धोखाधड़ी के खिलाफ अभियान की शुरुआत की

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी धोखाधड़ी के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी अभियान पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। नेताओं ने मतदाता सूची में हेराफेरी के मुद्दे को गंभीरता से लिया और इसे ज़मीनी स्तर पर ले जाने के लिए एक विस्तृत कार्यक्रम की योजना बनाई। इस बीच, NSUI कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया, जो राहुल गांधी के आरोपों का जवाब था। जानें इस बैठक में और क्या चर्चा हुई।
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कांग्रेस ने चुनावी धोखाधड़ी के खिलाफ अभियान की शुरुआत की

कांग्रेस की बैठक में चुनावी धोखाधड़ी पर चर्चा

कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने मतदाता सूची में हेराफेरी और चुनावी धोखाधड़ी के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी अभियान पर चर्चा की। इस बैठक में पार्टी के महासचिव, राज्य प्रभारियों और प्रमुख संगठनों के नेता शामिल हुए। खड़गे के साथ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सचिन पायलट, केसी वेणुगोपाल, कुमारी शैलजा और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।


 


बैठक के बाद, कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उलाका ने बताया कि इस मुद्दे पर चर्चा की गई कि संसद में उठाए गए वोट चोरी के मामलों को कैसे ज़मीनी स्तर पर ले जाया जाए। सभी ने सुझाव दिए और एआईसीसी द्वारा एक विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा। कुमारी शैलजा ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर जो आरोप लगाए हैं, उनका अगला कदम जनता तक पहुंचना है।


 


सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि भाजपा चुनाव आयोग के लिए क्यों काम कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और इसे स्वतंत्र रूप से कार्य करना चाहिए। पायलट ने यह भी कहा कि राहुल गांधी के आरोपों की पुष्टि होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें संदेह है कि मतदाता सूची में विसंगतियां हैं।


 


माणिकराव ठाकरे ने कहा कि यह स्पष्ट है कि 'वोट चोरी' हुई है और राहुल गांधी ने जो कहा है, वह सच है। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि चुनाव आयोग का काम भारत के लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है और हमें इसका सामना करना होगा।


 


इससे पहले, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के आरोप लगाने के बाद किया गया था। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी 'हल्ला बोल मार्च' निकाला, जिसमें कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर अपने कर्तव्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।