कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, मांगी निष्पक्ष जांच

कांग्रेस ने केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने एक बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया है। पार्टी ने मांग की है कि उन्हें पद से हटाया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। इस विवाद में पुणे जैन हॉस्टल के सौदे की भूमिका भी सामने आई है, जिसमें मंत्री की संलिप्तता का आरोप लगाया गया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और कांग्रेस के प्रवक्ता के बयान।
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कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, मांगी निष्पक्ष जांच

भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे केंद्रीय मंत्री

कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, मांगी निष्पक्ष जांच

कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोढ़े पाटिल और केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल


कांग्रेस ने शनिवार को अपने दिल्ली स्थित मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि मोहोल ने एक बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया है। कांग्रेस ने उनसे पद से हटने की मांग की है।


कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोढ़े पाटिल ने स्पष्ट रूप से मुरलीधर मोहोल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास इस संबंध में ठोस सबूत हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जांच होनी चाहिए और जांच पूरी होने तक उन्हें अपने पद से हटा दिया जाना चाहिए।


पुणे जैन हॉस्टल सौदे की जांच की मांग


पाटिल ने कहा कि मंत्री मोहोल ने पुणे जैन हॉस्टल के सौदे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका संबंध हीराचंद नेमीचंद दिगंबर जैन हॉस्टल की भूमि के लेन-देन से है। उनके पास इस मामले की पूरी क्रोनोलॉजी है, जो सीधा भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा छोटे-छोटे अडानी तैयार कर रही है।


निष्पक्ष जांच की आवश्यकता


कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा का एकमात्र एजेंडा अपने दोस्तों को लाभ पहुंचाना है। उन्होंने मांग की कि मुरलीधर मोहोल को इस्तीफा देना चाहिए और इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कोई बिल्डर बिना सहकारिता मंत्री के दबाव के सभी संबंधित संस्थाओं को प्रभावित कर सकता है।



मामले का सारांश


अतुल लोढ़े ने बताया कि यह मामला जैन हॉस्टल से संबंधित है, जिसमें एक मंदिर भी है। ट्रस्ट के नियमों के अनुसार, इस भूमि को बेचना मना है। यदि धन की कमी है, तो भूमि पर दुकान बनाने की अनुमति है, लेकिन इसे बेचा नहीं जा सकता। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री ने इसी भूमि पर भ्रष्टाचार किया है।