कांग्रेस की विवादास्पद पोस्ट पर बिहार में राजनीतिक हलचल
बिहार विधानसभा चुनावों के पहले, कांग्रेस पार्टी की केरल इकाई द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई एक विवादास्पद पोस्ट ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। इस पोस्ट में तंबाकू उत्पादों पर जीएसटी नीति की आलोचना की गई थी, लेकिन इसकी भाषा को कई नेताओं ने आपत्तिजनक बताया। कांग्रेस ने माफी मांगी, जबकि विपक्ष ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ।
Sep 6, 2025, 13:56 IST
|

कांग्रेस पार्टी की विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट
बिहार विधानसभा चुनावों के नजदीक, कांग्रेस पार्टी की केरल शाखा द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई एक विवादास्पद पोस्ट ने राजनीतिक जगत में हलचल मचा दी है। इस पोस्ट की निंदा कांग्रेस के अपने नेताओं द्वारा भी की गई है। X पर साझा की गई इस पोस्ट का उद्देश्य तंबाकू उत्पादों पर केंद्र सरकार की जीएसटी नीति की आलोचना करना था। हालांकि, बिहार को बीड़ी से जोड़ने वाली इसकी भाषा को कई नेताओं ने आपत्तिजनक बताया है।
मूल पोस्ट में लिखा गया था, "बीड़ी और बिहार, B से शुरू होते हैं। अब इसे पाप नहीं माना जा सकता।" इस संदेश के साथ एक ग्राफ़िक भी था, जिसमें मौजूदा और प्रस्तावित जीएसटी दरों की तुलना की गई थी। बीड़ी पर कर को 28% से घटाकर 18% और सिगरेट पर कर को 28% से बढ़ाकर 40% दिखाया गया था। तीखी प्रतिक्रिया के बाद, केरल कांग्रेस ने माफी मांगते हुए कहा, "हम देख रहे हैं कि जीएसटी दरों को लेकर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी के चुनावी हथकंडे पर हमारे तंज को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। अगर आपको ठेस पहुँची हो तो हम क्षमा चाहते हैं।"
हालांकि, पोस्ट को हटा दिया गया, लेकिन राजनीतिक विवाद बढ़ता गया। बिहार में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सहयोगी, राजद के तेजस्वी यादव ने इस पोस्ट की निंदा करते हुए कहा, "मैंने यह पोस्ट नहीं देखी है, लेकिन अगर ऐसा कोई बयान दिया गया है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए माफ़ी माँगी जानी चाहिए। किसी को भी ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि इस पोस्ट के पीछे चाहे जो भी मंशा रही हो, यह गलत है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजेश कुमार ने भाजपा के हमले का जवाब देते हुए कहा, “जनभावनाओं का सम्मान करते हुए पोस्ट हटा दी गई है। लेकिन भाजपा नीत राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दरअसल, ‘बी फॉर बिहार’ इसलिए लिखा गया था क्योंकि बिहार चुनावों की वजह से यह निर्णय लिया गया। बिहार के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी जी ने बीड़ी पर से टैक्स कम करने का निर्णय लिया, जिसे खुद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस’ में स्वीकार किया कि ‘रेट-रैशनलाइजेशन’ में सम्राट चौधरी की भूमिका रही है।’’