कर्नाटका के सहकारिता मंत्री KN राजन्ना ने राहुल गांधी के ‘मतदाता चोरी’ विवाद पर दिया इस्तीफा

कर्नाटका के सहकारिता मंत्री KN राजन्ना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जो कि राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर लगाए गए 'मतदाता चोरी' के आरोपों के संदर्भ में आया। राजन्ना ने कांग्रेस पार्टी की स्थिति को चुनौती दी, जिससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हुआ। उनके इस्तीफे के बाद, उपमुख्यमंत्री DK शिवकुमार ने उनके दावों को खारिज किया। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक प्रभाव।
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कर्नाटका के सहकारिता मंत्री KN राजन्ना ने राहुल गांधी के ‘मतदाता चोरी’ विवाद पर दिया इस्तीफा

राजन्ना का इस्तीफा

कर्नाटका के सहकारिता मंत्री KN राजन्ना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह कदम तब उठाया गया जब उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 'मतदाता चोरी' हुई थी। राजन्ना का यह विवादास्पद बयान राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर लगाए गए 'मतदाता चोरी' के आरोपों के संदर्भ में आया।


कांग्रेस का निर्णय

सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के उच्च नेतृत्व ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को राजन्ना को कैबिनेट से हटाने का निर्देश दिया, क्योंकि उनके बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया। राजन्ना का इस्तीफा उनके बेटे राजेंद्र, जो एक MLC हैं, द्वारा मुख्यमंत्री को सौंपा गया।


राजन्ना के बयान

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी सहयोगी राजन्ना ने चुनावी सूची में कथित धांधली पर कांग्रेस पार्टी की स्थिति को चुनौती दी। उन्होंने कहा, 'अगर हम इस तरह की बातों को हल्के में लेना शुरू कर दें, तो अलग-अलग राय आएंगी। मतदाता सूची कब तैयार की गई? जब हमारी सरकार थी। उस समय क्या सभी चुप थे?' उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि धांधलियाँ खुलकर हुईं।


DK शिवकुमार की प्रतिक्रिया

कर्नाटका के उपमुख्यमंत्री DK शिवकुमार ने राजन्ना के दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, 'राजन्ना पूरी तरह से गलत हैं। मेरे मुख्यमंत्री और पार्टी के उच्च नेतृत्व इस पर जवाब देंगे।' शिवकुमार ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को गांधी द्वारा उठाए गए आपत्तियों का जवाब देना चाहिए।


राजेंद्र का बयान

इस बीच, राजन्ना के बेटे और कांग्रेस नेता राजेंद्र राजन्ना ने इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मुझे नहीं पता कि क्या हुआ।'