कर्नाटक स्टेडियम भगदड़: हाईकोर्ट ने पुलिस तैनाती पर उठाए सवाल
कर्नाटक सरकार ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ के दौरान पुलिस तैनाती की जानकारी दी है। उच्च न्यायालय ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है, जबकि उपमुख्यमंत्री ने 5,000 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी का दावा किया था। इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई थी। न्यायालय ने त्रासदी के कारणों की जांच करने का निर्णय लिया है। जानें इस मामले में और क्या कहा गया है और भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे।
Jun 5, 2025, 16:34 IST
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कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट पर हाईकोर्ट की प्रतिक्रिया
कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को उच्च न्यायालय को सूचित किया कि एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ के दौरान 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी, जिसमें पुलिस आयुक्त, डीसीपी और एसीपी शामिल थे, तैनात थे। इस घटना में 11 लोगों की जान गई थी। यह जानकारी उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 5,000 पुलिसकर्मी मौजूद थे। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पहले दिन में इस भगदड़ का स्वतः संज्ञान लिया और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था।
न्यायालय की टिप्पणियाँ और सरकार की तैयारी
महाधिवक्ता शशिकिरण शेट्टी ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी कामेश्वर राव और न्यायमूर्ति सीएम जोशी के समक्ष कहा कि सरकार कोई प्रतिकूल रुख नहीं अपनाएगी। न्यायालय ने टिप्पणी की कि जश्न मनाने के इरादे से यह त्रासदी हुई है। वे यह जानने के लिए स्वतः संज्ञान ले रहे हैं कि क्या इस घटना को रोका जा सकता था और भविष्य में क्या कदम उठाए जाने चाहिए। सरकार ने कहा कि पानी के टैंकर, एम्बुलेंस और कमांड और कंट्रोल वाहन भी तैनात थे, जो पिछले मैचों के मुकाबले अधिक थे।
भीड़ की संख्या और स्थिति का बिगड़ना
हालांकि, राज्य ने बताया कि 2.5 लाख से अधिक लोगों के आने के कारण स्थिति बिगड़ गई, जिनमें से कई का मानना था कि स्टेडियम में मुफ्त प्रवेश होगा। स्टेडियम की क्षमता 35,000 है, जबकि आमतौर पर केवल 30,000 टिकट ही बिकते हैं। राज्य के वकील के अनुसार, दोपहर तक लोग कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठा होने लगे और दोपहर 3 बजे तक क्षेत्र पूरी तरह से बंद हो गया। भीड़ में अन्य राज्यों से आए लोग भी शामिल थे। इसके बाद शेट्टी ने स्टेडियम का एक नक्शा प्रस्तुत किया, जिसमें हताहतों के स्थानों को दर्शाया गया: गेट 7 (4 मौतें), गेट 6 (3 मौतें) और क्वींस रोड (4 मौतें)।