कर्नाटक में हनी-ट्रैप का मामला: 48 विधायकों पर लगे गंभीर आरोप
कर्नाटक में सियासी हलचल
बेंगलुरु में कर्नाटक की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री मुनिरत्न ने उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुनिरत्न का कहना है कि शिवकुमार एक टीम के पीछे हैं, जो सत्ताधारी और विपक्षी दलों के विधायकों को हनी-ट्रैप में फंसाने का काम कर रही है। यह बयान उन्होंने विधान सौधा में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान दिया।
आरोपों की श्रृंखला
मुनिरत्न ने यह भी कहा कि शिवकुमार और उनके भाई डी.के. सुरेश ने पहले भी बीजेपी विधायक रमेश जरकीहोली को हनी-ट्रैप में फंसाया था, जिसके चलते उन्हें 2021 में जल संसाधन मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके अलावा, जद(एस) विधायक एच.डी. रेवन्ना और उनके बेटे सूरज रेवन्ना को भी इसी तरह निशाना बनाया गया। मुनिरत्न ने यह भी आरोप लगाया कि उनके खिलाफ एक झूठा बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें शिवकुमार का हाथ है।
48 विधायकों का जाल
कांग्रेस विधायक और सहकारिता मंत्री के.एन. राजन्ना ने विधानसभा में कहा कि राज्य के 48 विधायक, जो विभिन्न दलों से हैं, हनी-ट्रैप का शिकार हुए हैं। उन्होंने राज्य पुलिस से इस मामले की जांच की अपील की है। राजन्ना ने कहा, "कर्नाटक में 48 लोगों की सीडी और पेन ड्राइव मौजूद हैं, जो पूरे भारत में फैले हुए हैं।"
डी.के. शिवकुमार की चुप्पी
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने इन आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उन्होंने पहले कहा था कि ऐसे मामलों में पुलिस को शिकायत दर्ज कर जांच करनी चाहिए। बीजेपी विधायक वी. सुनील कुमार और बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने भी इस मुद्दे को उठाया है।
उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने विपक्ष के आरोपों का समर्थन करते हुए उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाना आवश्यक है। गृह मंत्री ने विधानसभा में कहा, "हमें अपने सदस्यों की गरिमा बनाए रखनी है।"
राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का नया मोड़
भाजपा विधायक वी. सुनील कुमार ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग अपने विरोधियों को हराने में असफल रहे हैं, वे अब ब्लैकमेलिंग का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है। यह विवाद कर्नाटक की राजनीति में एक नया तूफान खड़ा कर सकता है।