कर्नाटक में भूस्खलन से घर ढहा, चार लोग फंसे

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में एक भूस्खलन के कारण एक घर ढह गया, जिसमें चार लोग फंस गए। NDRF ने बचाव कार्य में तेजी दिखाई और एक महिला और एक छोटे लड़के को सुरक्षित निकाला। हालांकि, दो अन्य व्यक्तियों की मौत हो गई। राज्य में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे कई लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी उपायुक्तों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
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कर्नाटक में भूस्खलन से घर ढहा, चार लोग फंसे

भूस्खलन की घटना

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में शुक्रवार, 30 मई को एक भूस्खलन के कारण एक घर ढह गया, जिसमें चार लोग मलबे में फंस गए। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने अग्निशामक विभाग, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू किया। NDRF के अनुसार, एक महिला और एक छोटे लड़के को सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया। हालांकि, दो अन्य व्यक्तियों को मलबे से निकालने के बाद मृत घोषित कर दिया गया।


NDRF का बचाव अभियान

NDRF ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि दक्षिण कन्नड़ में भूस्खलन के कारण एक घर ढह गया था, जिसमें चार लोग फंसे हुए थे। स्थानीय प्रशासन और अग्निशामक विभाग के सहयोग से बचाव कार्य किया गया। एक महिला और एक लड़के को सुरक्षित निकाला गया, जबकि दो शवों को मलबे से बाहर निकाला गया। क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे घर को गंभीर नुकसान पहुंचा।


राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति

डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में अप्रैल से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण 67 लोगों की जान जा चुकी है और 19.32 लाख से अधिक लोग बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह जानकारी साझा की।


अन्य भूस्खलन की घटनाएं

शुक्रवार को हुए अन्य भूस्खलनों में एक बुजुर्ग महिला और तीन बच्चों की जान चली गई। 65 वर्षीय प्रेमा कंथप्पा पुजारी और उनके दो पोते, आर्यन (3) और आरुष (2), उस समय मारे गए जब उनका घर भूस्खलन की चपेट में आ गया। एक अन्य घटना में, 10 वर्षीय फातिमा नईमा की मौत तब हुई जब उनके घर के पीछे की दीवार गिर गई।


सरकारी प्रतिक्रिया

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने मौसम की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सभी उपायुक्तों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु में संवेदनशील और बाढ़-प्रवण क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है और उनकी टीम पूरी तरह से कार्रवाई में जुटी है।


NDRF का ट्वीट